अजमेर. अजमेर के पाल बिचला क्षेत्र स्थित 125 साल पुराने सेंट मैरी चर्च में शनिवार को भीषण आग लग गई. आग इतनी भीषण थी कि चर्च की ऊंची लकड़ी की छत धू-धूकर जलने लगी. सूचना के बाद दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची. वहीं, दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह से आग पर काबू पाया जा सका. बताया जा रहा है कि चर्च की छत पर वाटरप्रूफिंग का काम चल रहा था. संभवतः काम के दौरान निकली चिंगारी से आग लगने की बात कही जा रही है. वहीं, अलवर गेट थाना पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
इस घटना के 36 घंटे पहले शहर के लक्ष्मी मार्केट में भी आग लगी थी. इसके बाद अब शनिवार को पाल बिचला स्थित सेंट मैरी चर्च में आग लग गई. हालांकि, कोई कुछ समझ पाता कि उससे पहले ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. चर्च में उठती आग की लपटों को देखकर क्षेत्र में हड़कंप मच गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग को घटना की सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. वहीं, घटनास्थल पर नगर निगम उपायुक्त के साथ ही एसडीम और अलवर गेट थाना प्रभारी भी पहुंचे, जिन्होंने चर्च के करीब एकत्रित हुए स्थानीय लोगों को हटाया और मौका मुआयना किया. इधर, आग की चपेट में आने से चर्च में रखे फर्नीचर जलकर खाक हो गए.
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क्षेत्र के पार्षद रणजीत सिंह ने बताया कि वार्ड 57 स्थित चर्च में वाटरप्रूफिंग के काम के दौरान निकली चिंगारी से आग लग गई. उन्होंने बताया कि क्लॉक टावर थाना क्षेत्र के लक्ष्मी मार्केट में आग लगने की घटना को अभी 36 घंटे भी नहीं हुए थे कि इतने में शनिवार को ये दूसरी घटना सामने आ गई. गनीमत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. एसडीएम शिवाक्षी खंडेला ने बताया कि चर्च में आग लगने की सूचना मिली. बताया गया कि वाटरप्रूफिंग के काम के दौरान चर्च की छत पर आग लग गई. संभवत: काम के समय निकली चिंगारी से आग लगी होगी. हालांकि, चर्च बंद था. इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ है.