बाड़मेर: महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत सशक्त नारी सशक्त समाज के संकल्प को लेकर शुरू किए गए अभिनव नवाचार कार्यक्रम मरू उड़ान का पहला ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रम बुधवार को पंचायत समिति शिव के परिसर में आयोजित किया गया. इसमें चार सत्रों में महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य (अनमोल जीवन), शारीरिक स्वास्थ्य, सरकारी योजनाओं की जानकारी और व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण पर विचार विमर्श किया गया. इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर टीना डाबी ने महिलाओं से उनके स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की.
दूसरे सत्र में बालिकाओं के करियर के संबंध में राजकीय महाविद्यालय बाड़मेर की प्रशिक्षित टीचर द्वारा उन्हें उच्च शिक्षा और करियर के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान टीना डाबी ने बालिकाओं से उनके करियर के बारे में प्रश्न पूछा, तो उन्होंने टीचर, बैंक अधिकारी और कलेक्टर बनने की इच्छा जाहिर की. इस संबंध में जिला कलेक्टर ने बालिकाओं को विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
अच्छी नींद लें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें: जिला कलेक्टर ने मानसिक स्वास्थ्य (अनमोल जीवन) वाले सत्र में महिलाओं से बातचीत करते हुए कहा कि वे मानसिक अवसाद से बचें, प्रफुल्लित रहें और बढ़िया नींद लें. उन्होंने कहा कि जान है, तो जहान है. इसलिए किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में मानसिक अवसाद में न आएं और कोई भी अप्रिय कदम न उठाएं. उन्होंने बताया कि हर समस्या का समाधान है. अगर कोई ऐसी समस्या है, तो सबसे पहले परिवार में शेयर करें, अपने मित्रों को बताएं और नहीं तो प्रशासन के स्तर पर उसका समाधान कराएं.
शिविर में महिलाओं की हुई निःशुल्क स्वास्थ्य जांच: मरू उड़ान के इस शिविर में 200 से अधिक महिलाओं की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच हुई और उनकी रिपोर्ट भी दी गई. इसके साथ ही महिलाओं को स्वास्थ्य जांच के आधार पर उन्हें परामर्श भी प्रदान किया गया. इस शिविर में भारतीय डाक विभाग और बैंकों द्वारा अपनी-अपनी निवेश योजनाओं के बारे में भी महिलाओं को जानकारी दी गई. मरू उड़ान कार्यक्रम में भाग लेने आई गूंगा गांव की जसवन्ती खत्री ने कार्यक्रम को शानदार बताया. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम हम सब महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने वाला सिद्ध होगा. पहली बार प्रशासन द्वारा इस तरह की पहल की गई है. इसी तरह लखपती दीदी स्वरूपी देवी ने कार्यक्रम को महिलाओं की आय में बढ़ाने वाले बताया.