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दुल्हन लाने से पहले भारत मां पर कुर्बान हुआ हिमाचल का सुपूत, घर का था इकलौता चिराग - MARTYR JAWAN PRAVEEN SHARMA - MARTYR JAWAN PRAVEEN SHARMA

Martyr Praveen Sharma: हिमाचल प्रदेश के एक और जवान ने आतंकियों से हुई मुठभेड़ में भारत मां के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. 30 साल के जवान प्रवीण शर्मा की अक्टूबर महीने में शादी तय हो गई थी लेकिन शादी के दो माह पहले ही यह जवान हमेशा के लिए अमर हो गया. डिटेल में पढ़ें खबर...

MARTYR PRAVEEN SHARMA
लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा, शहीद जवान (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 11, 2024, 6:41 PM IST

Updated : Aug 11, 2024, 6:48 PM IST

सिरमौर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा की करीब दो महीने बाद अक्टूबर माह में शादी होनी थी. परिवार ने उनका रिश्ता तय कर दिया था. 6, 7 व 8 अक्टूबर को शहीद प्रवीण शर्मा की शादी का पूरा कार्यक्रम तय किया जा चुका था.

इसी बीच प्रवीण शर्मा की शहादत की खबर ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया. जानकारी के मुताबिक अक्टूबर माह में जिस घर से सेहरा बांधकर प्रवीण शर्मा बारात लेकर अपनी दुल्हन को लाने वाले थे. अब उसी घर में तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह पहुंचेगी.

MARTYR PRAVEEN SHARMA
शहीद जवान प्रवीण शर्मा का गांव (ETV Bharat)

घर का इकलौता बेटा था पवन शर्मा

यही नहीं रक्षा बंधन से कुछ ही दिनों पहले इकलौता भाई प्रवीण हमेशा-हमेशा के लिए अपनी दो छोटी बहनों को रूलाकर इस दुनिया को अलविदा कह गया. माता-पिता के बुढ़ापे का इकलौता सहारा भी छीन चुका है. दरअसल हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के उपमंडल राजगढ़ की उपतहसील पझौता के पालू गांव से ताल्लुक रखने वाले लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए बीते दिन शनिवार को शहीद हो गए. सोमवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पालू पहुंचेगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. हाब्बन पंचायत की प्रधान रीना ठाकुर व शहीद के परिवार के करीबी पंचायत के उप प्रधान देवराज शर्मा ने शहीद प्रवीण शर्मा की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए बताया कि 4 मार्च 1994 को जन्मे 30 वर्षीय लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा अपने पीछे पिता राजेश शर्मा, माता रेखा शर्मा और दादी चंपा देवी को छोड़ गए हैं. शहीद प्रवीण की दो बहनें आरती और पूजा हैं. इन दोनों की शादी हो चुकी है.

MARTYR PRAVEEN SHARMA
शहीद जवान प्रवीण शर्मा का घर (ETV Bharat)

प्रवीण अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उन्होंने बताया कि परिवार ने शहीद प्रवीण शर्मा का रिश्ता तय कर दिया था लेकिन इसी बीच प्रवीण शर्मा की शहादत की सूचना से पूरा परिवार व क्षेत्र गमगीन हो गया.

जानकारी के मुताबिक शहीद के पिता किसान होने के साथ-साथ पालू गांव में एक छोटी सी किराने की दुकान भी चलाते हैं. अक्टूबर माह में होने वाली बेटे की शादी की तैयारियां भी परिवार ने शुरू कर दी थीं लेकिन अनहोनी को कुछ और ही मंजूर था. सेहरा बांधने से पहले ही बेटा मां भारती पर कुर्बान हो गया. वहीं, रक्षाबंधन पर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने की बांट जोह रही दोनों बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है. पल भर में इस परिवार की सारी खुशियां मातम में बदल गईं.

बता दें कि लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. वह ऑपरेशन रक्षक के रूप में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. भारतीय सेना ने शहीद प्रवीण के परिवार को उनके वीरगति को प्राप्त होने की सूचना दी. वह वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे.

डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया "शहीद की पार्थिव देह सोमवार सुबह चंडीगढ़ पहुंचेगी. प्रशासन ने चंडीगढ़ से पार्थिव देह को लाने के लिए एम्बुलेंस का प्रबंध किया है. इस संबंध में एसडीएम राजगढ़ को भी उचित दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. सोमवार को पैतृक गांव हब्बन में सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा."

ये भी पढ़ें: हिमाचल का एक और बेटा आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद, महज 30 साल में पाई शहादत

सिरमौर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा की करीब दो महीने बाद अक्टूबर माह में शादी होनी थी. परिवार ने उनका रिश्ता तय कर दिया था. 6, 7 व 8 अक्टूबर को शहीद प्रवीण शर्मा की शादी का पूरा कार्यक्रम तय किया जा चुका था.

इसी बीच प्रवीण शर्मा की शहादत की खबर ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया. जानकारी के मुताबिक अक्टूबर माह में जिस घर से सेहरा बांधकर प्रवीण शर्मा बारात लेकर अपनी दुल्हन को लाने वाले थे. अब उसी घर में तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह पहुंचेगी.

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शहीद जवान प्रवीण शर्मा का गांव (ETV Bharat)

घर का इकलौता बेटा था पवन शर्मा

यही नहीं रक्षा बंधन से कुछ ही दिनों पहले इकलौता भाई प्रवीण हमेशा-हमेशा के लिए अपनी दो छोटी बहनों को रूलाकर इस दुनिया को अलविदा कह गया. माता-पिता के बुढ़ापे का इकलौता सहारा भी छीन चुका है. दरअसल हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के उपमंडल राजगढ़ की उपतहसील पझौता के पालू गांव से ताल्लुक रखने वाले लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए बीते दिन शनिवार को शहीद हो गए. सोमवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पालू पहुंचेगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. हाब्बन पंचायत की प्रधान रीना ठाकुर व शहीद के परिवार के करीबी पंचायत के उप प्रधान देवराज शर्मा ने शहीद प्रवीण शर्मा की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए बताया कि 4 मार्च 1994 को जन्मे 30 वर्षीय लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा अपने पीछे पिता राजेश शर्मा, माता रेखा शर्मा और दादी चंपा देवी को छोड़ गए हैं. शहीद प्रवीण की दो बहनें आरती और पूजा हैं. इन दोनों की शादी हो चुकी है.

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शहीद जवान प्रवीण शर्मा का घर (ETV Bharat)

प्रवीण अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उन्होंने बताया कि परिवार ने शहीद प्रवीण शर्मा का रिश्ता तय कर दिया था लेकिन इसी बीच प्रवीण शर्मा की शहादत की सूचना से पूरा परिवार व क्षेत्र गमगीन हो गया.

जानकारी के मुताबिक शहीद के पिता किसान होने के साथ-साथ पालू गांव में एक छोटी सी किराने की दुकान भी चलाते हैं. अक्टूबर माह में होने वाली बेटे की शादी की तैयारियां भी परिवार ने शुरू कर दी थीं लेकिन अनहोनी को कुछ और ही मंजूर था. सेहरा बांधने से पहले ही बेटा मां भारती पर कुर्बान हो गया. वहीं, रक्षाबंधन पर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने की बांट जोह रही दोनों बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है. पल भर में इस परिवार की सारी खुशियां मातम में बदल गईं.

बता दें कि लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. वह ऑपरेशन रक्षक के रूप में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. भारतीय सेना ने शहीद प्रवीण के परिवार को उनके वीरगति को प्राप्त होने की सूचना दी. वह वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे.

डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया "शहीद की पार्थिव देह सोमवार सुबह चंडीगढ़ पहुंचेगी. प्रशासन ने चंडीगढ़ से पार्थिव देह को लाने के लिए एम्बुलेंस का प्रबंध किया है. इस संबंध में एसडीएम राजगढ़ को भी उचित दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. सोमवार को पैतृक गांव हब्बन में सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा."

ये भी पढ़ें: हिमाचल का एक और बेटा आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद, महज 30 साल में पाई शहादत

Last Updated : Aug 11, 2024, 6:48 PM IST
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