सीधी. ऑनलाइन गेम फ्री फायर (Free fire game) खेलते-खेलते एमपी के एक नाबालिग लड़के की दोस्ती उत्तराखंड की रहने वाली एक महिला से हो गई. शादीशुदा महिला नाबालिग के साथ गेम के दौरान बातचीत करने लगी और देखते-देखते दोनों एक दूसरे को चाहने लगे. इस आशिकी में हद तो तब हो गई जब 1 बच्चे की मां लगभग 2 साल बाद अपने नाबालिग प्रेमी के घर पहुंच गई.
नैनीताल से एमपी के सीधी पहुंची महिला
2 साल पहले देवगांव के रहने वाले नाबालिग की उत्तराखंड नैनीताल निवासी पूजा से दोस्ती हुई थी. महिला का एक 3 साल का बेटा भी है, जिसे लेकर वह 1 हजार किलोमीटर दूर युवक के घर पहुंच गई. बच्चे के साथ अपने प्रेमी से मिलने जैसे ही महिला देवगांव पहुंची, नाबालिग के घर और गांव में हड़कंप मच गया.
पंचायत ने पुलिस को बुलाया
जैसे ही इन पूरे मामले की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो नाबालिग के घर पर लोगों का तांता लग गया. उत्तराखंड से आकर खुद को नाबालिग की प्रेमिका बताने वाली महिला के साथ उसका बेटा भी था. जिसे देख गांव में तरह-तरह की चर्चाएं भी होने लगीं. वहीं युवक की मां ने इसकी जानकारी पंचायत के सरपंच को दी, जहां पंचायत के सरपंच ने उसके घर पहुंचकर मामला समझा और फिर पुलिस को इसकी सूचना दी.
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महिला को वापस भेजा गया उत्तराखंड
सरपंच द्वारा पुलिस को जानकारी मिलते ही सिहावल पुलिस ने पूछताछ के लिए महिला को उसके बेटे के साथ चौकी में बुलवाया. इस दौरान सरपंच और ग्रामीणों ने नाबालिग लड़के को भी समझाइश दी. इसके बाद पुलिस ने महिला को वापस उत्तराखंड भेज दिया. वहीं मामले की खबर जिसे भी लगी वो हैरान रह गया. इस मामले पर एडिशनल एसपी अरविंद श्रीवास्तव ने कहा, 'मामल सिहावल चौकी अंतर्गत बमौरी देवगांव का है, ऑनलाइन गेमिंग के दौरान महिला और नाबालिग की दोस्ती हुई थी, जो चैटिंग से प्रभावित होकर उससे मिलने चली आई. महिला को समझाइश देकर वापस उसके घर भेज दिया गया है. मेरी सभी अभिभावकों से अपील है कि अपने बच्चो को एंड्रॉयड फोन का गलत इस्तेमाल न करने दें और उनकी हर एक एक्टिविटी पर नजर बनाए रखें.'