रानीखेत: ताड़ीखेत क्षेत्र पंचायत की बैठक हंगामेदार रही. बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को उठाया. बैठक में पेयजल पंपिंग पेयजल योजना का मुद्दा छाया रहा. ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जन-प्रतिनिधियों की भी बातों को नहीं सुना जा रहा है. बैठक में पेयजल आपूर्ति पर जल निगम व जल संस्थान पर कई आरोप लगाए.
पेयजल और जल संस्थान पर लगाए आरोप: वक्ताओं ने कहा कि दोनों विभाग एक दूसरे पर टालमटोल कर रहे हैं. बैठक में धूराफाट क्षेत्र के लिए निर्माणाधीन पेयजल योजना में की जा रही अनियमितता का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया गया. संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन पांडे ने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी. क्षेत्र पंचायत सदस्य त्रिभुवन फर्त्याल ने पेयजल निगम व जल संस्थान पर गरीब जनता के उत्पीड़न का आरोप लगाया.
बैठक में कमीशनखोरी पर आवाज मुखर: बैठक में कमीशनखोरी का भी आरोप लगाया गया. मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कौंडे ने मामले को बढ़ता देख पेयजल पंपिंग योजना की जांच को लेकर संयुक्त मजिस्ट्रेट की देखरेख में कमेटी का गठन किया. कमेटी में जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जायेगा. कमेटी 10 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. बता दें कि पेयजल पंपिंग योजना का मामला पहले भी काफी चर्चाओं में रहा है. इस योजना में सवालियां निशान लगते रहे हैं. लोग पंपिंग योजना की जांच की मांग लंबे समय से उठा रहे हैं. वहीं बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत ने अधिकारियों को जल्द समस्याओं के निस्तारण करने को कहा.
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