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गढ़वा में बाघ ने लोगों का घर से निकलना किया मुश्किल, वन विभाग को मिले टाइगर की मौजूदगी के कई सबूत - TIGER IN GARHWA

गढ़वा में बाघ की मौजूदगी से ग्रामीण दहशत में हैं और घरों में रहने को मजबूर हैं.

Tiger in Garhwa
बाघ के पंजों के निशान (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 11 hours ago

गढ़वा: जिले के भंडरिया वन क्षेत्र के रमकंडा प्रखंड स्थित होमिया गांव के लोग बाघ के भय से दहशत में हैं. शाम होते ही लोग अपने परिवार के साथ घरों में दुबक जा रहे हैं. लोगों को सुबह-शाम अपने घरों में ही रहना पड़ रहा है, क्योंकि इस दौरान बाघ विचरण कर रहा होता है.

दरअसल, इस गांव में दहशत उस समय और बढ़ गई, जब बाघ ने दो मवेशियों को मार डाला. यह घटना उस समय हुई, जब लोग अपने मवेशियों को जंगल में चरने के लिए छोड़ गए थे. ग्रामीणों ने बताया कि बाघ के डर से वे जंगल नहीं जा रहे हैं. अगर जंगल जा भी रहे हैं, तो अकेले नहीं, बल्कि समूह में जा रहे हैं.

गढ़वा में बाघ (ईटीवी भारत)

बाघ का पता लगाने में जुटा वन विभाग

वन विभाग बाघ का पता लगाने में जुटा है. वन विभाग की टीम जंगलों में पहुंचकर बाघ के बारे में पता लगा रही है, बाघ के पदचिह्नों की तलाश की जा रही है. वन विभाग की टीम दिन हो या रात उन गांवों में जा रही है, जहां बाघ के होने की आशंका है. उन गांवों में माइक के जरिए ग्रामीणों को जंगल में न जाने और शाम होने से पहले जंगल छोड़कर घर आने की हिदायत दी जा रही है. साथ ही ग्रामीणों को चेतावनी भी दी जा रही है कि अगर उन्हें बाघ दिखे या वह किसी तरह का नुकसान पहुंचाए तो विभाग को सूचित करें.

बाघ के होने के मिले कई सबूत

इस मामले पर डीएफओ एविन बेनी अब्राहम ने बताया कि बाघ के होने की सूचना मिली है, कई जगहों पर उसके पदचिह्न भी मिले हैं और मारे गए मवेशियों को देखने के बाद साफ है कि उसे बाघ ने ही मारा है. कुछ जगहों से उसका मल भी मिला है, जिसे जांच के लिए भेजा गया है. विभाग को अभी यह नहीं पता है कि बाघ कहां से आया है.

यह भी पढ़ें:

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गढ़वा: जिले के भंडरिया वन क्षेत्र के रमकंडा प्रखंड स्थित होमिया गांव के लोग बाघ के भय से दहशत में हैं. शाम होते ही लोग अपने परिवार के साथ घरों में दुबक जा रहे हैं. लोगों को सुबह-शाम अपने घरों में ही रहना पड़ रहा है, क्योंकि इस दौरान बाघ विचरण कर रहा होता है.

दरअसल, इस गांव में दहशत उस समय और बढ़ गई, जब बाघ ने दो मवेशियों को मार डाला. यह घटना उस समय हुई, जब लोग अपने मवेशियों को जंगल में चरने के लिए छोड़ गए थे. ग्रामीणों ने बताया कि बाघ के डर से वे जंगल नहीं जा रहे हैं. अगर जंगल जा भी रहे हैं, तो अकेले नहीं, बल्कि समूह में जा रहे हैं.

गढ़वा में बाघ (ईटीवी भारत)

बाघ का पता लगाने में जुटा वन विभाग

वन विभाग बाघ का पता लगाने में जुटा है. वन विभाग की टीम जंगलों में पहुंचकर बाघ के बारे में पता लगा रही है, बाघ के पदचिह्नों की तलाश की जा रही है. वन विभाग की टीम दिन हो या रात उन गांवों में जा रही है, जहां बाघ के होने की आशंका है. उन गांवों में माइक के जरिए ग्रामीणों को जंगल में न जाने और शाम होने से पहले जंगल छोड़कर घर आने की हिदायत दी जा रही है. साथ ही ग्रामीणों को चेतावनी भी दी जा रही है कि अगर उन्हें बाघ दिखे या वह किसी तरह का नुकसान पहुंचाए तो विभाग को सूचित करें.

बाघ के होने के मिले कई सबूत

इस मामले पर डीएफओ एविन बेनी अब्राहम ने बताया कि बाघ के होने की सूचना मिली है, कई जगहों पर उसके पदचिह्न भी मिले हैं और मारे गए मवेशियों को देखने के बाद साफ है कि उसे बाघ ने ही मारा है. कुछ जगहों से उसका मल भी मिला है, जिसे जांच के लिए भेजा गया है. विभाग को अभी यह नहीं पता है कि बाघ कहां से आया है.

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