बोकारोः प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस में मंथन जारी है. बोकारो विधानसभा सीट का हाल एक अनार, सौ बीमार की तरह हो गया है. इस सीट के लिए दो दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की है.
कांग्रेस की ओर से मजबूत उम्मीदवार के चयन के लिए पर्यवेक्षक अशोक चौधरी शुक्रवार को बोकारो पहुंचे. उन्होंने जिला परिसदन में जिला के सभी प्रखंड अध्यक्ष और प्रखंड पर्यवेक्षकों से अलग-अलग बातचीत कर उम्मीदवारों की सूची तैयार की है. अशोक चौधरी ये सूची प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी को सौंपेंगे. प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी के द्वारा इनमें से तीन उम्मीदवारों के नाम राष्ट्रीय स्क्रीनिंग कमेटी को भेजा जाएगा. अंतिम निर्णय राष्ट्रीय स्क्रीनिंग कमेटी का होगा. इस बीच संभावित उम्मीदवारों ने मीडिया के समक्ष अपनी दावेदारी को पुख्ता बताया है.
कांग्रेस नेता श्वेता सिंह अपने आपको बोकारो विधानसभा सीट के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार मान रही हैं. बता दें कि श्वेता सिंह पिछले विधानसभा चुनाव में बहुत ही कम मतों के अंतर से भाजपा के बिरंची नारायण से हार गईं थीं. वहीं पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा पिछली बार उन्हें टिकट मिला था लेकिन चुनाव के चंद दिनों पहले किसी कारणवश श्वेता सिंह को टिकट दे दिया गया. उन्होंने कहा कि वह लगातार जिला परिषद सदस्य की सीट जीत रहे हैं, जातीय समीकरण के अनुसार भी उनकी दावेदारी मजबूत है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि अगर उन्हें टिकट मिलता है तो कांग्रेस की जीत की गारंटी है. बोकारो विधानसभा सीट के दावेदार पेश कर रहे जवाहर महथा ने कहा कि वह वर्ष 1990 से कांग्रेस में ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं. उन्हें विश्वास है कि पार्टी इस बार उन्हें अवश्य मौका देगी. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उमेश प्रसाद गुप्ता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी बोकारो विधानसभा सीट के प्रबल दावेदारों में से एक है. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि राष्ट्रीय स्क्रीनिंग कमेटी को इनमें से एक नाम का चयन करना आसान नहीं होगा.
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