सोनीपत/जींद: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जननायक जनता पार्टी पर निशाना साधा. दरअसल जननायक जनता पार्टी की तरफ से बीजेपी पर हरियाणा में अवैध शराब बिक्री का आरोप लगाया जा रहा है. इसपर मनोहर लाल ने कहा "अगर हमने मुंह खोला, तो घर खराब हो जाएगा. उनके समय क्या होता था और आज क्या होता है. उनको ज्यादा पता होगा और जहां तक जांच की बात है. इसका जवाब प्रदेश के मुखिया देंगे."
दिल्ली के सीएम की मुर्गी से तुलना: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर मनोहर लाल ने कहा अरविंद केजरीवाल का स्वभाव मुर्गी की तरह है. जैसे जब कोई मुर्गी को हाथ लगाता है, तो वो इधर उधर भागती है. ऐसे ही इनसे कोई भी बात करो, तो इधर उधर की बात करते हैं. अब नया विषय छेड़ दिया कि कैसे अपनी शुगर को बढ़ाया जाए. ये भी चालाकी है कि शुगर को बढ़ा लो. पहले जेल से सरकार चलाने की बात कह रहे थे. आगे अस्पताल से सरकार चलाने की बात कहेंगे.
मनोहर लाल ने कांग्रेस पर साधा निशाना: जींद में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मनोहर लाल ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी जब तक मैदान में आएंगे, तब तक टेंट में ना तो पूरी मिलेगी और बाहर चप्पल. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावी मैदान में भाजपा के उम्मीदवार अकेले ही दंड बैठक मार रहे हैं, क्योंकि उनके सामने कोई उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं आया है.
कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा ना होने पर कंसा तंज: कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की हालत ये होने वाली है कि जब वो भंडारे के टेंट में पहुंचेंगे, तो उन्हें अंदर पूरी नहीं मिलेगी. जब वो टेंट से बाहर आएंगे, तो उन्हें चप्पल भी नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवार ना आने का भाजपा के उम्मीदवारों को लाभ पहुंच रहा है. चुनाव में मजा तब ही आता है. जब सामने उम्मीदवार खड़ा हो.
पैरामेडिकल कॉलेज पर दी प्रतिक्रिया: सिंधू गांव में बनने वाले पैरामेडिकल कॉलेज के जींद स्थानांतरित होने के सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि सफीदों से पैरामेडिकल कॉलेज छीना नहीं गया है. कुछ चीजें टेक्निकल होती हैं. उस समय उनकी जानकारी नहीं होती. तकनीकी समस्या है कि पैरामेडिकल कॉलेज के साथ मेडिकल कॉलेज या बड़ा अस्पताल होना बेहद जरूरी होता है. आगे चल कर सफीदों में ज्यादा बैड का अस्पताल बनेगा. उसके बाद पैरामेडिकल के अन्य कोर्स यहां पर लाए जाएंगे. पैरामेडिकल कॉलेज मेडिकल कॉलेज के 8 से 10 किलोमीटर के दायरे में ही खुलना होता है. सफीदों से जींद कोई दूर नहीं है. जिन बच्चों को पढ़ना होगा. उनको वहां पर हर प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी.