मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेन्द्रगढ़ शहर के एक पुराने तालाब की सारी मछलियां अचानक मरने लगी, जिसे पकड़ने के लिए शहर के रहवासियों का हुजूम तालाब पर लगना शुरू हो गया. अब स्थानीय लोग तालाब में मरी हुई मछलियां लेने पहुंच रहे हैं. इनमें बच्चे महिला और पुरुष भी शामिल हैं.
लोगों के खाने पर भी पड़ सकता है असर: मरने के कारण सभी मछलियां तालाब में ऊपर आ गई हैं. मछलियां कैसे मरी? यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को हुई लोग पॉलिथिन, बर्तन और झोला लेकर मरी मछलियां लेने पहुंच गए. कुछ लोग मछलियों को अपने घर ले जाकर खा गए, तो कुछ लोगों ने इन मछलियों को बाजार में बेच दिया. हांलाकि इतनी अधिक संख्या में मछलियां कैसे मरी? इसकी पुष्टि नहीं हो सकती है, लेकिन यदि यह किसी जहरीले पदार्थ की वजह से मरीं होंगी तो इसका असर इसे खाने वाले लोगों के सेहत पर भी पड़ सकता है.
ये भी हो सकती है मौत की वजह: जानकारी के मुताबिक पिछले तीन-चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है. बारिश की वजह से मनेंद्रगढ़ के वार्ड 8 स्थित सरोवर का जल स्तर काफी ऊपर आ गया है. जब सरोवर के पानी से दुर्गंध आनी शुरू हुई, तब लोगों को पता चला कि यहां की मछलियां मर गई है.शहर के एक पुराने तालाब की सारी मछलियों के अचानक मरने के पीछे का कारण तालाब मे गंदगी के साथ जहरीली गैस का रिसाव को भी माना जा रहा है.
तालाब में गंदगी के कारण मौत की आशंका: मनेंद्रगढ़ के वार्ड नं 8 स्थित सरोवर में छठ पर्व, गणेश पूजा और दुर्गा पूजा में प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है. इन खास अवसरों को छोड़ साल भर यह सरोवर गंदगी से भरा रहता है. सिर्फ छठ और प्रतिमाओं के विसर्जन के समय नगरपालिका की ओर से इसकी सफाई की जाती है. सरोवर में बड़ी तादात में मछलियों के मरने की वजह गंदगी को भी माना जा रहा है.