मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जिले की खड़गवां थाना पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है. पुलिस ने खुलासा किया है कि मृतिका के सौतेले बेटे और उसके भतीजे ने ही उसकी हत्या की. सौतेली मां के बार बार गिरने और इलाज के खर्च से आरोपी परेशान था और गुस्से में आकर उसने वारदात को अंजाम दिया है. गुमराह करने के लिए आरोपी ने गमछे से मृतिका के शव को पत्थर से बंधकर तालाब में फेंका था. मामले में जांच के बाद पुलिस ने मृतका के सौतेले बेटे और उसके भतीजे को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेजा है.
हत्या कर शव को तालाब में फेंका: एमसीबी जिले के खड़गवां थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम धनपुर का यह वाकया है. बैगापारा निवासी लाल साय ने 9 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी मौसी सुमरिया 8 मार्च की शाम 5 बजे घर से कहीं निकली थी. इसके बाद उसका शव 9 मार्च को घर के पीछे तालाब में मिला है. सूचना के बाद पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकाला. जांच में पता चला कि मृतका की हत्या कर गले और पैर को गमछे और पत्थर से बांध कर तालाब में फेंका गया था. पीएम रिपोर्ट पर डॉक्टर ने मृतका की मौत को होमोसाईडल बताया. जिसके बाद पुलिस ने हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की.
संदेहियों से पूछताछ में हुआ खुलासा: सीएसपी चिरमिरी दीपिका मिंज के नेतृत्व में पुलिस टीम बनाकर संदेहियों से पूछताछ की गई. कड़ाई से पूछताछ करने पर लाल साय ने अपना जुर्म कबूल किया. उसने पुलिस को बताया कि वह मृतिका का सौतेला बेटा है. बुजुर्ग महिला सुमरिया बाई बार बार गिर जाती थी. जिससे उसके इलाज में पैसे खर्च होते थे. इस बात को लेकर आए दिन घर में विवाद होता था. 8 मार्च को उसकी सौतेली मां सुमरिया फिर गिर गई. यह देख लाल साय गुस्सा हो गया और उसने अपने भतीजे नईहर के साथ मिलकर बुजुर्ग की टोपी से नाक-मुंह दबाकर सांस रोक दी, जिससे सुमरिया की मौत हो गई. दोनों आरोपी मृतका को उठाकर घर के पीछे तालाब के पास ले गए और शॉल-गमछा से शव को पत्थर के साथ बांधकर तालाब में फेंक दिया था.
दोनों हत्यारों को रिमांड पर जेल भेजा: खड़गवां थाना पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मृतिका का डंडा, हत्या में प्रयुक्त टोपी को बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी लाल साय और उसके भतीजे नईहर निवासी धनपुर को गिरफ्तार कर उन्हें कोर्ट में पेश किया. जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत पर जेल भेजा गया है.