मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : प्रदेश के कई जिलों में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त है. बारी बारिश के चलते सभी नदी-नाले उफान पर हैं. जलस्तर इतना बढ़ा हुआ है कि छोटे पुलों के उपर से पानी बहने लगा है. इस दौरान मनेन्द्रगढ़ के चौघडा गांव में बुधवार को बड़ी लापरवाही सामने आई. कुछ स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर उफनती नदी पार करते दिखे.
स्कूली बच्चों ने पार की उफनती नदी : बुधवार को भारी बारिश की वजह से चौघडा गांव में बोरा नदी उफान पर थी. नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा था. जिसे देखने के लिए काफी लोग भी वहां इकट्ठे हुए थे और पुल से पानी उतरने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान नदी के पार स्थित स्कूल की छुट्टी होने के बाद कई बच्चे बाइक और स्कूटी से पुल के ऊपर से बह रही नदी को पार करते दिखे. वहां मौजूद लोगों ने बच्चों को जान जोखिम में डालकर पुल पार करने से मना भी किया, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. उल्टे बच्चे मजे से उफनती नदी को पार करते दिखे. गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस ने खतरे को देखते हुए पुल पर पुलिस क्यों तैनात नहीं किया था.
2 माह में 598.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज : मसीबी जिले में 01 जून से 06 अगस्त तक 598.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है. कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक, 1 जून से अब तक सर्वाधिक वर्षा 702.2 मिमी मनेन्द्रगढ़ तहसील में हुई. जबकि न्यूनतम बारिश 452.4 मिमी कोटाडोल तहसील में दर्ज की गई है. इसके अलावा तहसील केल्हारी में 648.2 मिमी, चिरमिरी तहसील में 632.6 मिमी, खड़गवां में 547.1 मिमी, भरतपुर में 606.3 मिमी और कोटाडोल में 452.4 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है.
बुधवार सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है. बारिश की वजह से मनेंद्रगढ़ में बुधवार बाजार भी फीका रहा. दोपहर तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. जब शाम को बारिश थोड़ी कम हुई तो लोग शहर से होकर बहने वाली नदियों का जलस्तर देखने के लिए उमड़ पड़े.