मंदसौर: न्याय यात्रा की शुरुआत से पहले जीतू पटवारी गरोठ तहसील के देवरिया निवासी किसान कमलेश पाटीदार के खेत पर पहुंचे. दो हफ्ते पहले किसान कमलेश पाटीदार ने कृषि उपज मंडी में सोयाबीन के दाम नहीं मिलने पर अपने खेतों में खड़ी 10 बीघा सोयाबीन की फसल को ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया था. इसके साथ उन्होंने सरकार से किसानों के हित में सोयाबीन के दाम 6 हजार रु प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदी करने की मांग की थी. इसी मुद्दे को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष आज दोपहर बाद ग्राम देवरिया पहुंचे और ट्रैक्टर रैली के जरिए न्याय यात्रा की शुरुआत की.
कांग्रेस ने उठाया एमएसपी का मुद्दा
रैली देवरिया से शुरू होकर ग्राम मेलखेड़ा पहुंची और यहां उन्होंने एक किसान सम्मेलन को भी संबोधित किया. जीतू पटवारी ने केंद्र सरकार और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने विधानसभा चुनाव के पहले सोयाबीन, धान और गेहूं के दाम बढ़ाकर एमएसपी पर तीनों फसलों को खरीदने की बात कही थी. लेकिन वोट लेने के बाद सरकार ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया.
जीतू पटवारी ने कृषि मंत्री पर लगाए आरोप
जीतू पटवारी ने कहा, '' पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गेहूं के दाम एमएसपी पर 2700 रु प्रति क्विंटल, धान के दाम 3100 रु प्रति क्विंटल और सोयाबीन के दाम 4800 रु प्रति क्विंटल करने की बात कही थी लेकिन 9 महीने बीत जाने के बावजूद उनकी सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.'' हालांकि, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोयाबीन के समर्थन मूल्य के दाम 4800 रु प्रति क्विंटल करने का प्रस्ताव रखा है. इसके बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे नाकाफ़ी मानते हुए चेतावनी दी कि सरकार ने सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6000 रु प्रति क्विंटल तय नहीं किया तो वे किसानों के साथ प्रदेश में अब बड़ा आंदोलन करेंगे.