मंडला। जिले में मध्यान्ह भोजन में कीड़े निकलने की घटना सामने आई है. दरअसल ग्राम बकछेरादौना के जमगांव टोला आंगनवाड़ी केंद्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब समूह की महिलाएं बच्चों के लिए खाना लेकर आईं. जैसे ही खाने का ढक्कन खोल गया, पूरे कमरे में खाने से निकली हुई बदबू फैल गई. चावल में कीड़े एवं चीटियां पड़ी हुई थीं. दाल में पानी के अलावा कुछ नहीं था. पूरा खाना सड़ा हुआ था.
शासन की मनशा पर पलीता
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने इस बात की शिकायत समूह की रसोईया रमा दुबे से की तो उसने अपनी तबीयत खराब होने का बहाना बनाते हुए सीधे अपना पल्ला झाड़ लिया. उसने बताया कि ''आज का खाना मेरे पति के द्वारा बनाया गया है.'' खाना इतना बदबूदार था की जैसे 3 से 4 दिन पहले बनाया गया हो. एक तरफ जहां शासन की मनशा है कि प्रत्येक बच्चे को पौष्टिक भोजन प्राप्त हो, वहीं दूसरी ओर ऐसे महिला समूह शासन की मनशा पर पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं.
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बच्चों को परोसा जा रहा था सड़ा खाना
समूह की महिला से जब पूछा गया कि बच्चों को किस मेन्यू के आधार पर भोजन परोसा जाता है, तो वह इधर उधर झांकती हुई नजर आई. इनको दाल चावल, कड़ी और खिचड़ी के अलावा कुछ और पता ही नहीं है. स्कूल का भवन और रसोई इतनी जर्जर हालत में है कि जहां बच्चे ना बैठकर ज्ञान अर्जन कर सकते हैं और न ही भोजन बनाने की समुचित व्यवस्था है. ऐसे में यह महिला समूह अपने घर से भोजन बना कर लाते हैं और मनमानी करती हैं.