मंडला : घटना नैनपुर के एक सरकारी स्कूल की है, जहां छात्राओं ने शिक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बेहेश हुई छात्रा ने टीचर पर आरोप लगाया कि उसकी तबीयत खराब थी, जिससे वह होमवर्क नहीं कर पाई थी. इसके बाद टीचर ने उसे व अन्य छात्राओं को घुटने के बल खड़े रहने की सजा दी. छात्रा कुछ देर तो सजा में खड़ी रही पर फिर बेहोश हो गई. आरोप हैं कि इसके बाद क्लास की शिक्षिका ने यह कह दिया कि उसे मरने दो.
आरोप- छात्रा बेहोश हुई तो कहा मरने दो
छात्रा को बेहोश देखकर अन्य छात्राओं ने उसे पानी पिलाया और सूचना अन्य शिक्षकों को दी. इसके बाद स्कूल के अन्य शिक्षकों द्वारा छात्रा को सिविल अस्पताल नैनपुर में भर्ती कराया गया. मामले की जानकारी लगते ही एसडीएम भी हुरेन्द्र घोरेमरे स्कूल पहुंचे और शिकायत की पुष्टि की. एसडीएम ने कहा, ' स्कूल की एक छात्रा के बेहोश होने की जानकारी मीडिया से मिली थी, जिसके बाद हमलोग जांच करने आए थे, शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेज रहे हैं.'
एबीवीपी व गोंगपा ने किया प्रदर्शन
वहीं छात्रा ने मीडिया से कहा, '' सुबह से ही मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और मैंने मैडम के दिए हुए कार्य को पूरा नहीं किया था. इसके बाद मुझे मैडम ने घुटने के बल खड़े होने की सजा दी और कुछ देर बाद मुझे अच्छा नहीं लगा और मैं बेहोश हो गई.'' गौरतलब है कि अखिल भारतीय परिषद और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मामले की जानकारी लगने के बाद स्कूल के सामने प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन की सूचना मिलने पर स्थानीय एसडीएम, तहसीलदार और थाना प्रभारी नैनपुर मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया है.