मंडी: जिला मंडी में सरकाघाट उपमंडल के पाडछू में एचआरटीसी की बस हादसे का शिकार होते-होते बची. दरअसल धर्मपुर डिपो की एचआरटीसी बस कीचड़ के बने दलदल में फंसकर खाई में गिरने से बाल-बाल बची. गनीमत रही कि यहां मौके पर जेसीबी मशीन तैनात थी, जिसकी मदद से बस को सुरक्षित दलदल से निकाल लिया गया और उसके बाद ये बस सवारियों के साथ धर्मपुर के लिए रवाना हो गई.
भारी बारिश के बाद पाडछू में बना दलदल
धर्मपुर डिपो की ये बस जम्मू से धर्मपुर आ रही थी. शाम करीब 7 बजे जब यह बस पाडछू के पास पहुंची तो यहां पहाड़ी से गिरी चट्टान और उसके साथ गिरे भारी मलबे में धंस गई. यहां बारिश के कारण कीचड़ पूरी तरह से दलदल में तबदील हो गया है, जिस कारण यहां आए दिन कोई न कोई गाड़ी हादसे का शिकार हो रही है. शनिवार शाम को ये बस भी इस दलदल की चपेट में आ गई. हालांकि इस घटना को लेकर पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है.
3 सालों से पूरा नहीं हुआ सड़क कटिंग का काम
बता दें कि धर्मपुर से सरकाघाट के बीच में सड़क की कटिंग का कार्य बीते 3 वर्षों से चला हुआ है, लेकिन यह कार्य आज दिन तक पूरा नहीं हो पाया है. जिस कारण लोगों को आए दिन सड़क हादसों का शिकार होना पड़ रहा है. धीमी गति से चल रहे इस काम को लेकर लोगों में भारी रोष देखने को मिल रहा है.
करसोग के पंडार में एक सरकाघाट जैसा हादसा
वहीं, बीते रोज दोपहर बाद करसोग-मंडी सड़क मार्ग पर पंडार में भी इस तरह की एक और घटना सामने आई है. यहां एचआरटीसी बस स्किड होने से पहाड़ी के साथ जा टकराई. इस बस में दो दर्जन से अधिक लोग सवार थे. बस अगर पहाड़ी से नहीं टकराई होती तो एक बड़ा हादसा हो सकता था. हादसे के बाद सड़क मार्ग के दोनों ओर जाम लग गया. करीब 2 घंटे बाद प्रशासन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त बस को जेसीबी की मदद से हटाकर मार्ग को बहाल किया गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क किनारे तार बिछाने का कार्य चल था, जिसके चलते मिट्टी के बीच बस स्किट हो गई और पहाड़ी के साथ जा टकराई. ये बस रामपुर से रिवालसर जा रही थी.
एचआरटीसी डीएम मंडी विनोद ठाकुर ने दोनों घटनाओं की पुष्टि की है. उन्होंने बताया, "दोनों बसों को जेसीबी की मदद से सुरक्षित निकाला गया है, किसी भी तरह का कोई भी जान-माल का नुक्सान नहीं हुआ है."