मंडी: हिमाचल में जारी मस्जिद विवाद के बीच हिंदू संगठनों और व्यापार मंडल ने विरोध प्रदर्शन कर बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों के पंजीकरण की मांग उठाई थी. इस विरोध के चलते अब मंडी जिले में रह रहे प्रवासियों ने बड़ी संख्या में जिले के विभिन्न थानों में पहुंचकर अपना पंजीकरण करवाना शुरू कर दिया है.
7009 प्रवासियों ने करवाया पंजीकरण
एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि मंडी जिले में करीब ढ़ेड महीने में 7009 प्रवासी अपना पंजीकरण संबंधित थानों में करवा चुके हैं. सबसे ज्यादा पंजीकरण बल्ह थाने में हुए हैं. वहीं, गोहर थाने में सबसे कम पंजीकरण दर्ज किए गए हैं. 3 अक्तूबर 2024 तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बल्ह थाना में अभी तक 1255 प्रवासी अपना पंजीकरण करवा चुके हैं. वहीं, सुंदरनगर थाने में 954, मंडी सदर थाने में 848, धर्मपुर में 770, सरकाघाट में 746, हटली में 627, जोगिंदर नगर में 583, धनोटू में 496, बीएसएल में 225, पधर में 161, औट में 122, करसोग में 98, जंजैहली में 86 और गोहर में 38 प्रवासियों ने अपना पंजीकरण करवा लिया है.
मंडी जिले में प्रवासियों का पंजीकरण | |
थाना | प्रवासियों का पंजीकरण (3 अक्टूबर 2024 तक) |
बल्ह | 1255 |
सुंदरनगर | 954 |
मंडी सदर | 848 |
धर्मपुर | 770 |
सरकाघाट | 746 |
हटली | 627 |
जोगिंदर नगर | 583 |
धनोटू | 496 |
बीएसएल | 225 |
पधर | 161 |
औट | 122 |
करसोग | 98 |
जंजैहली | 86 |
गोहर | 38 |
एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया, "जिले भर में रह रहे प्रवासियों को नियमों के तहत अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है. इसलिए जो भी प्रवासी यहां रह रहे हैं वे संबंधित थानों में जाकर अपना पंजीकरण करवा रहे हैं. पंजीकरण के बाद उनके संबंधित थानों से भी सारी डिटेल को वेरीफाई किया जा रहा है. वेरिफाई करने की प्रक्रिया जारी है और इसमें थोड़ा समय लगता है. प्रवासी के गृहक्षेत्र के संबंधित थाने से वेरिफिकेशन में यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो फिर उसपर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी."
मंडी शहर से गायब हुई कई रेहड़ियां
गौरतलब है कि मस्जिद विवाद का मामला शिमला के संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण से शुरू हुआ. जिसके बाद मंडी में भी इस विवाद की आग पहुंच गई और मंडी में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाने लगा. इस दौरान हिंदू संगठनों और व्यापार मंडल ने पुरजोर तरीके से आवाज उठाते हुए बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों के पंजीकरण की मांग की. जिसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया और प्रवासियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई. वहीं, व्यापार मंडल के विरोध के बाद से मंडी शहर में जगह-जगह रेड़ियां भी गायब नजर आई.