रांची: राजधानी रांची के मनन विद्या मन रखन महतो स्कूल में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र पीयूष सिंह वर्मा बूटी मोड़ के पास जुमार नदी में बह गया. शनिवार रात करीब एक बजे चार दोस्तों के साथ हॉस्टल की दीवार फांदकर वह नदी की ओर घूमने गया था. इसी बीच नदी में गिरे अपने एक दोस्त को बचाने के चक्कर में नदी की धारा में बह गया. मूलरूप से बिहार के गया जिले के रहने वाले पीयूष का रविवार देर शाम तक पता नहीं लगाया जा सका. रविवार की सुबह घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया, हालांकि उसकी खोजबीन के लिए स्थानीय गोताखोरों के साथ-साथ एनडीआरएफ को लगाया गया. लेकिन कई घंटों के प्रयास के बाद भी छात्र को बरामद नहीं किया जा सका.
प्रताप को डूबते देख पीयूष कूदा नदी में
सदर डीएसपी संजीव बेसरा के अनुसार पीयूष, प्रताप कुमार, अभिषेक, वैभव और आशीष नाम के छात्र मनन विद्यालय के हॉस्टल में रहते थे. शनिवार रात करीब एक बजे पांचों छात्र हॉस्टल की दीवार फांदकर नीचे उतरे और जुमार नदी को पार कर कहीं घूमने जाने की फिराक में थे. इसी बीच प्रताप और अभिषेक नदी पार करने लगे, लेकिन तेज बहाव में प्रताप नदी में डूबने लगा. यह देखकर पीयूष उसे बचाने के लिए नदी में कूद पड़ा. प्रताप को तो उसने बचा लिया, लेकिन वह खुद पानी में डूब गया.
घटना के बाद चार छात्र वहां से हॉस्टल लौटे, इसी बीच सुरक्षा में तैनात गार्ड ने उन्हें देखकर रोक लिया. पूछताछ की तो छात्रों ने पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद स्कूल प्रबंधन की सूचना पर रात दो बजे सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. स्थानीय गोताखोरों की मदद ली गई. लेकिन पीयूष का पता नहीं चला. इसके बाद रविवार दोपहर एनडीआरएफ को बुलाया गया और तलाश शुरू की गई.
स्कूल प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
घटना का पता चलने पर पीयूष के पिता मंटू सिंह और अन्य सदस्य गया से रविवार को रांची पहुंचे. परिजनों ने स्कूल प्रशासन को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है. जानकारी के अनुसार पीयूष के पिता मंटू सिंह गया के गुड़ुआ प्रखंड के भाजपा अध्यक्ष हैं. वहीं मां संध्या मुखिया हैं.
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