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पर्यटन विभाग के लिए वरदान बना मनाली ग्रीन टैक्स बैरियर, 1 साल में 6 करोड़ से ज्यादा राजस्व वसूला - Himachal Pradesh Tourism

Manali Green Tax Barrier: हिमाचल प्रदेश में हरा-भरा बनाए रखने और सैलानियों को सुविधा मुहैया करवाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ग्रीन टैक्स बैरियर स्थापित किए गए हैं. मनाली में स्थापित ग्रीन टैक्स बैरियर से मार्च 2023 से फरवरी 2024 तक 3,18,619 टूरिस्ट व्हीकल मनाली आए. ये बैरियर फास्टैग सुविधा से लैस है.

Manali Green Tax Barrier
Manali Green Tax Barrier
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 13, 2024, 10:26 AM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने के लिए जहां हर साल देश विदेश से लाखों सैलानी यहां पहुंचते हैं. वहीं, सैलानियों को यहां पर हरियाली से भरा वातावरण मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा ग्रीन टैक्स बैरियर की स्थापना की गई है. जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली में भी पर्यटन विभाग द्वारा ग्रीन टैक्स बैरियर स्थापित किया गया है. जिसके मुताबिक मार्च 2023 से लेकर फरवरी 2024 के दौरान यहां 3,18,619 टूरिस्ट व्हीकल मनाली आए. जिससे पर्यटन विभाग को 6,84,56,300 का राजस्व मिला है. पर्यटन विभाग द्वारा इस राशि का उपयोग मनाली को विकसित करने और इसे हरा-भरा बनाने व सैलानियों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए किया जाता है. ऐसे में मनाली और इसके आस-पास के इलाके के सौंदर्यीकरण में ग्रीन टैक्स से उपलब्ध हो रही राशि का सही तरीके से उपयोग हो रहा है.

2023 में मनाली में आए टूरिस्ट व्हीकल

कुल्लू पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2023 के मार्च माह में 27,570 वाहन आए. जिससे 54 लाख 53 हजार रुपए का राजस्व हासिल हुआ. अप्रैल माह में 32,833 वाहन आए और 67 लाख 83 हजार रुपए का राजस्व पर्यटन विभाग को मिला. मई माह में 57,700 वाहन आए और एक करोड़ 16 लाख 93 हजार 300 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. जून माह की बात करें तो उसे दौरान 92,748 वाहन मनाली आए और एक करोड़ 92 लाख 8 हजार 200 रुपए का राजस्व प्राप्त किया. वहीं, जुलाई माह में 9,272 वाहन मनाली आए और 21 लाख 45 हजार 200 रुपए का राजस्व वसूला गया.

पर्यटन विभाग को करोड़ों का राजस्व प्राप्त

अगस्त माह में प्राकृतिक आपदा के चलते कोई भी वाहन बाहरी राज्यों से नहीं आए, लेकिन यहां पर फंसे हुए वाहनों के जरिए से पर्यटन विभाग को 4200 का राजस्व मिला. सितंबर माह में 1592 वाहन मनाली आए और 2 लाख 16 हजार 500 रुपए का राजस्व हासिल हुआ. अक्टूबर माह में 7658 वाहन मनाली आए और 17 लाख 89 हजार 500 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. नवंबर माह में 12,418 वाहन मनाली आए और 29 लाख 92 हजार 200 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. दिसंबर माह में 34,983 वाहन आए और 81 लाख 25 हजार रुपए का राजस्व विभाग को मिला. जनवरी 2024 माह की बात करें तो उस दौरान 27,010 वाहन मनाली आए और 64 लाख 89 हजार 600 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. इसके अलावा बीते फरवरी माह में 14,835 वाहन मनाली आए और 35 लाख 56 हजार 600 रुपए का राजस्व पर्यटन विभाग को मिला है.

मनाली का ग्रीन टैक्स बैरियर फास्टैग सुविधा से लैस

मनाली के रांगड़ी में स्थापित ग्रीन टैक्स बैरियर फास्टैग सुविधा से लैस है. जिला प्रशासन कुल्लू और पर्यटन विकास परिषद मनाली ने आईएचएमसीएल, एनपीसीआई तथा आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के सहयोग से इसे बनाया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्ष 2018 में फास्टैग ग्रीन टैक्स बैरियर की आधारशिला रखी थी. ग्रीन टैक्स बैरियर पर फास्टैग सुविधा से आसानी से पता लग सकेगा कि मनाली में दिन में कितने वाहन बाहर से आए और वापस गए. मनाली का ग्रीन टैक्स बैरियर साल 2004 में स्थापित किया गया था. ग्रीन टैक्स बैरियर से मिलने वाली राशि यहां के पर्यटन स्थलों का रख रखाव, पार्किंग, शौचालय सहित अन्य सुविधाओं पर खर्च की जाती है.

जिला कुल्लू पर्यटन विकास अधिकारी सुनैना शर्मा ने बताया कि ग्रीन टैक्स बैरियर के जरिए एकत्र होने वाली राशि का उपयोग सैलानियों की सुविधा के लिए खर्च किया जाता है. इसके अलावा सैलानियों को कई जगह पर फ्री पार्किंग भी उपलब्ध करवाई जाती है. फास्ट टैग से लैस होने के चलते यहां सैलानियों को भी किसी तरह की दिक्कत नहीं उठानी पड़ती है.

ये भी पढ़ें: लाहौल के सिस्सू में भूस्खलन, अटल टनल से केलांग सड़क पर आवाजाही बंद, बर्फबारी का दौर जारी

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने के लिए जहां हर साल देश विदेश से लाखों सैलानी यहां पहुंचते हैं. वहीं, सैलानियों को यहां पर हरियाली से भरा वातावरण मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा ग्रीन टैक्स बैरियर की स्थापना की गई है. जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली में भी पर्यटन विभाग द्वारा ग्रीन टैक्स बैरियर स्थापित किया गया है. जिसके मुताबिक मार्च 2023 से लेकर फरवरी 2024 के दौरान यहां 3,18,619 टूरिस्ट व्हीकल मनाली आए. जिससे पर्यटन विभाग को 6,84,56,300 का राजस्व मिला है. पर्यटन विभाग द्वारा इस राशि का उपयोग मनाली को विकसित करने और इसे हरा-भरा बनाने व सैलानियों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए किया जाता है. ऐसे में मनाली और इसके आस-पास के इलाके के सौंदर्यीकरण में ग्रीन टैक्स से उपलब्ध हो रही राशि का सही तरीके से उपयोग हो रहा है.

2023 में मनाली में आए टूरिस्ट व्हीकल

कुल्लू पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2023 के मार्च माह में 27,570 वाहन आए. जिससे 54 लाख 53 हजार रुपए का राजस्व हासिल हुआ. अप्रैल माह में 32,833 वाहन आए और 67 लाख 83 हजार रुपए का राजस्व पर्यटन विभाग को मिला. मई माह में 57,700 वाहन आए और एक करोड़ 16 लाख 93 हजार 300 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. जून माह की बात करें तो उसे दौरान 92,748 वाहन मनाली आए और एक करोड़ 92 लाख 8 हजार 200 रुपए का राजस्व प्राप्त किया. वहीं, जुलाई माह में 9,272 वाहन मनाली आए और 21 लाख 45 हजार 200 रुपए का राजस्व वसूला गया.

पर्यटन विभाग को करोड़ों का राजस्व प्राप्त

अगस्त माह में प्राकृतिक आपदा के चलते कोई भी वाहन बाहरी राज्यों से नहीं आए, लेकिन यहां पर फंसे हुए वाहनों के जरिए से पर्यटन विभाग को 4200 का राजस्व मिला. सितंबर माह में 1592 वाहन मनाली आए और 2 लाख 16 हजार 500 रुपए का राजस्व हासिल हुआ. अक्टूबर माह में 7658 वाहन मनाली आए और 17 लाख 89 हजार 500 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. नवंबर माह में 12,418 वाहन मनाली आए और 29 लाख 92 हजार 200 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. दिसंबर माह में 34,983 वाहन आए और 81 लाख 25 हजार रुपए का राजस्व विभाग को मिला. जनवरी 2024 माह की बात करें तो उस दौरान 27,010 वाहन मनाली आए और 64 लाख 89 हजार 600 रुपए का राजस्व विभाग को मिला. इसके अलावा बीते फरवरी माह में 14,835 वाहन मनाली आए और 35 लाख 56 हजार 600 रुपए का राजस्व पर्यटन विभाग को मिला है.

मनाली का ग्रीन टैक्स बैरियर फास्टैग सुविधा से लैस

मनाली के रांगड़ी में स्थापित ग्रीन टैक्स बैरियर फास्टैग सुविधा से लैस है. जिला प्रशासन कुल्लू और पर्यटन विकास परिषद मनाली ने आईएचएमसीएल, एनपीसीआई तथा आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के सहयोग से इसे बनाया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्ष 2018 में फास्टैग ग्रीन टैक्स बैरियर की आधारशिला रखी थी. ग्रीन टैक्स बैरियर पर फास्टैग सुविधा से आसानी से पता लग सकेगा कि मनाली में दिन में कितने वाहन बाहर से आए और वापस गए. मनाली का ग्रीन टैक्स बैरियर साल 2004 में स्थापित किया गया था. ग्रीन टैक्स बैरियर से मिलने वाली राशि यहां के पर्यटन स्थलों का रख रखाव, पार्किंग, शौचालय सहित अन्य सुविधाओं पर खर्च की जाती है.

जिला कुल्लू पर्यटन विकास अधिकारी सुनैना शर्मा ने बताया कि ग्रीन टैक्स बैरियर के जरिए एकत्र होने वाली राशि का उपयोग सैलानियों की सुविधा के लिए खर्च किया जाता है. इसके अलावा सैलानियों को कई जगह पर फ्री पार्किंग भी उपलब्ध करवाई जाती है. फास्ट टैग से लैस होने के चलते यहां सैलानियों को भी किसी तरह की दिक्कत नहीं उठानी पड़ती है.

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