कोरबा : जिले के पाली उप वनक्षेत्र अंतर्गत थड़पखना गांव के जंगलों में 4 दिन से विचरण कर रहे दंतैल हाथी ने देर रात एक ग्रामीण को कुचलकर मार डाला. बुधवार रात करीब 9:30 बजे ठाड़पखना (हाथी बाड़ी) निवासी मेवा राम धनुहार पिता जगत राम धनुहार (60 वर्ष) को सामना होने पर हाथी ने कुचलकर मार डाला. सूचना मिलते ही वन विभाग के टीम मौके पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली.
थड़पखान गांव में हाथी का हमला : कटघोरा वन प्रभाग के डीएफओ कुमार निशांत ने बताया, "यह घटना बुधवार रात पाली वन उप-क्षेत्र के अंतर्गत थड़पखान गांव में हुई, जब मेवा राम धनुहार अपने घर पर थे. हाथी की मौजूदगी का आभास होने पर व्यक्ति घर के पीछे अपने सब्जी के बगीचे में चला गया, लेकिन वह हाथी के सामने आ गया. हाथी ने धनुहार को अपनी सूंड से पकड़ लिया और उसे कुचलकर मार डाला." इससे पहले बुधवार को इसी हाथी ने पास के मुड़ाभाटा गांव में एक बैल पर हमला कर उसे मार डाला था.
"व्यक्ति की मौत की सूचना मिलते ही वन और पुलिस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के परिजनों को 25,000 रुपये की तत्काल राहत राशि प्रदान की गई, जबकि शेष 5.75 लाख रुपये का मुआवजा औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दिया जाएगा.वन कर्मियों की टीमें हाथी की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं, जो चोटिया रेंज की ओर बढ़ रहा है. " - कुमार निशांत, डीएफओ, कटघोरा वन प्रभाग
4 लोगों की ले चुका है जान : पिछले एक माह में इसी हाथी ने 4 लोगों को मौत के घाट उतारा है. इससे पहले पाली के निकट मुड़ाभाटा (मादन ) में हाथी ने सुबह घर के बाहर बंधे दो बैल पर हमला कर दिया, जिससे एक बैल की तत्काल मौके पर मौत हो गई. जबकि एक अन्य घायल हो गया है, जिसका उपचार पशु चिकित्सक के द्वारा किया जा रहा है. फिर देर रात में ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया था. लोनर हाथी के क्षेत्र में पहुंचने और हिंसक रूप लेने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
चांपा-जांजगीर, बिलासपुर व कोरबा में भटक रहा हाथी : कोरबा के कटघोरा वन मंडल अंतर्गत हरदीबाजार क्षेत्र में 3 महिलाओं को मौत के घाट उतारने के बाद जांजगीर के पंतोरा जंगल मे डेरा डाला था. फिर हाथी बिलासपुर के जंगल में था. चांपा-जांजगीर, बिलासपुर व कोरबा जिले के जंगलों में विचरण करने के बाद लोनर हाथी सोमवार को अचानक कटघोरा वनमंडल के पाली रेंज में आया. यहां आतंक मचाकर लोनर हाथी पाली रेंज के चेपारानी जंगल में अचानक पहुंचा, जो अब आगे चैतमा रेंज में प्रवेश कर गया है.
विभाग कर रहा है हाथी की निगरानी : वन विभाग द्वारा लोनर हाथी की निगरानी की जा रही है. आसपास के गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है. लोनर हाथी को सुबह पोटापानी गांव के आगे चैतमा रेंज के जंगल में विचरण करते हुए देखा गया. हाथी किसानों के खेतों में लगे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है.
छत्तीसगढ़ में मानव हाथी संघर्ष चिंता विषय : पिछले एक दशक में छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में मानव-हाथी संघर्ष चिंता का प्रमुख कारण रहा है. पिछले कुछ वर्षों में यह समस्या अब राज्य के मध्य क्षेत्र के कुछ जिलों में फैल गई है. सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलरामपुर और कांकेर जिलों में हाथियों के हमले की खबरें आ रही हैं. वन विभाग के अनुसार, पिछले पांच सालों में राज्य में हाथियों के हमले में करीब 310 लोग मारे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि पिछले महीने कोरबा जिले में दो जगहों पर हाथी ने तीन महिलाओं को मार डाला था.