जयपुर : राजधानी जयपुर में पुलिस कमिश्नरेट के पास बुधवार को एक युवक के मोबाइल टावर पर चढ़ने का मामला सामने आया है. युवक अपनी बेगुनाही का सबूत लेकर मोबाइल के टावर पर चढ़ गया और पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहा था. सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस की टीम और विधायकपुरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची. सीकर के फतेहपुर में युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें वह एक साल जेल में रहकर बाहर आया था. 2 घंटे की समझाइश के बाद युवक को मोबाइल टावर से नीचे उतारा गया.
विधायकपुरी थाना अधिकारी शेषकरण चारण के मुताबिक बुधवार दिन में सूचना मिली थी कि एक युवक पुलिस कमिश्नर कार्यालय के पास मोबाइल टावर पर चढ़ गया है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. सिविल डिफेंस की टीम को भी मौके पर बुलवाया गया. पुलिस ने मोबाइल टावर पर चढ़े युवक से समझाइश का प्रयास किया.
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वहीं, सिविल डिफेंस की टीम ने युवक को नीचे उतारने करने का प्रयास किया. युवक ने अपना नाम फतेहपुर सीकर निवासी नंदलाल बताया. युवक का कहना था कि फतेहपुर सीकर में वर्ष 2022 में उसके खिलाफ अपहरण और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. मामले में उसे जेल भेज दिया गया था. एक साल जेल में रहने के बाद वह बाहर आया था. युवक अपने पास खुद की बेगुनाही का सबूत होना बता रहा था. पुलिस पर गलत जांच करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. करीब दो से ढाई घंटे की कड़ी समझाइश के बाद युवक को मोबाइल टावर से नीचे उतारा गया.
युवक ने बताया कि वह अपनी बेगुनाही का सबूत लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ा था और न्याय की मांग कर रहा था. उसके खिलाफ जो अपहरण और पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज हुआ था, वह झूठा था. फतेहपुर थाना पुलिस ने मामले में जांच सही नहीं की थी. जांच अधिकारी ने झूठे मुकदमे में आरोपी बनाकर जेल भिजवा दिया. मोबाइल टावर पर चढ़ने वाले युवक नंदलाल ने विधायकपुरी थाना पुलिस को भी अपनी बेगुनाही के सबूत दिखाए. युवक ने विधायकपुरी थाने में लिखित में रिपोर्ट दी है, जिसमें उसने मोबाइल टावर पर चढ़ने का कारण बताया है.