रांची: आगामी दिनों में झारखंड सहित चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है. इन राज्यों में कांग्रेस अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने में किस तरह ज्यादा से ज्यादा मीडिया, खास कर सोशल मीडिया का उपयोग करे. इसके लिए 02 जुलाई को दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी बैठक होने वाली है.
इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पवन खेड़ा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ-साथ झारखंड कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी और सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन गजेंद्र सिंह भी शिरकत करेंगे.
मंगलवार शाम दिल्ली में होने वाली इस बैठक की जानकारी झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति उर्फ रिंकू तिवारी ने दी. उन्होंने बताया कि कल की बैठक इस मायने में बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि इसमें लोकसभा चुनाव के दौरान मीडिया और खासकर सोशल मीडिया के उपयोग में क्या दिक्कतें आयी और उसे कैसे दूर किया जाए. भाजपा के मजबूत प्रचार तंत्र का विधानसभा चुनाव के दौरान कैसे मुकाबला किया जाए इस पर भी विस्तार से चर्चा के बाद रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा.
2024 में बेहतर प्रदर्शन के बावजूद कांग्रेस के अपेक्षित नहीं आया नतीजा
लोकसभा चुनाव में झारखंड में कांग्रेस 7 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ी थी. पार्टी के नेताओं को भी उम्मीद थी कि इस बार पार्टी बेहतरीन प्रदर्शन राज्य में करेगी. जब 04 जून को नतीजा आया तो साफ हो गया कि कांग्रेस ने 2019 की अपेक्षा इस बार अपना प्रदर्शन तो जरूर सुधारा है पर वह मन मुताबिक नहीं है. कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2024 में अनुसूचित जनजाति आरक्षित दो लोकसभा सीट लोहरदगा और खूंटी ही जीत पाई जबकि अन्य पांच सामान्य सीट पर भाजपा के हाथों उसे पराजय का सामना करना पड़ा था.
ऐसे में पार्टी के नीति-निर्धारकों और बड़े नेताओं को यह लगता है कि राहुल गांधी की पांच न्याय और 25 गारंटी को जनता के बीच सही से नहीं ले जा पाने के कारण परिणाम इच्छा के विपरीत रहा है. यही वजह है कि अब झारखंड के साथ साथ चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
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