चरखी दादरी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सेना के 80 जवानों को वीरता पुरस्कार देने की मंजूरी दी है. 80 जवानों की लिस्ट में हरियाणा के चरखी दादरी के जवान मेजर मोहित सांगवान का नाम भी शामिल है. मोहित सांगवान डोहकी गांव चरखी दादरी के रहने वाले हैं. बेटे की इस उपलब्धि पर परिजनों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. मोहित सांगवान के घर बधाइयों का तांता लगा हुआ है.
दरअसल मोहित के परदादा, दादा, उनके पिता भी भारतीय सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं. मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी हैं, जो भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं. मोहित सांगवान के पिता विजेंद्र सांगवान ने बताया कि हम तो सभी को सेना में जाने के लिए प्रेरित करते हैं. हमारी पांचवी पीढ़ी भी सेना में जाने की तैयारी कर रही है. मोहित सांगवान को सेना का सर्वोच्च वीरता मेडल मिलने की खुशी में परिजनों ने ग्रामीणों संग मिलकर खुशियां मनाई.
फौज में कई सफल ऑपरेशन में वीरता दिखाने वाले मोहित सांगवान के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि डोहकी गांव में सेना का सर्वोच्च मेडल पाने वाले मोहित सांगवान ने गांव में रिकॉर्ड बना दिया है. मेजर मोहित सांगवान अपने दिवंगत पड़दादा, दादा नेतराम सांगवान, पिता विजेंदर सिंह से प्रेरणा लेते हुए वर्ष 2014 में सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए और अपनी मातृभूमि की सेवा के लिए खुद को समर्पित कर दिया.
बता दें कि मोहित ने प्रारंभिक शिक्षा गांव में की और बाद में आर्मी स्कूल में चले गए थे. मोहित ने सेना में उत्तर-पूर्व क्षेत्र के चुनौतीपूर्ण इलाकों में कई सफल ऑपरेशनों में नेतृत्व व कौशल के साथ-साथ अटूट साहस का प्रदर्शन किया. यहीं कारण है कि उसे सेना का वीरता मेडल की घोषणा हुई है.
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