गौरेला पेण्ड्रा मरवाही : पेंड्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत रूमगा में श्री श्याम इंटरप्राइसेस कोल डिपो संचालित है. गुरुवार सुबह एक कोल लोडेड ट्रेलर बिना कागज के ही बिलासपुर के लिए कोल डिपो से निकला था.लेकिन रास्ते में ट्रक खराब हो गया.जिसकी शिकायत मीडिया के माध्यम से खनिज अधिकारी के पास पहुंची.खनिज अधिकारी जिला प्रशासन की टीम के साथ ट्रक के पास पहुंची और दस्तावेज मांगे.लेकिन ड्राइवर दस्तावेज नहीं दिखा पाया.इसके बाद जब ड्राइवर से कोल के बारे में पूछताछ की गई तो वो मौके से भाग गया.
मौके पर मिला ज्यादा कोल : इसके बाद खनिज विभाग की टीम ने रूमगा स्थित श्री श्याम इंटरप्राइसेस कोल डिपो में छापामार कार्रवाई कर दस्तावेजों की जांच की. कोल डिपो में भी टीम को कोल परिवहन से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिला. विभाग के अफसरों ने जब स्टॉक की जांच की तो 500 टन कोल के होने के दस्तावेज मिले.जबकि डिपो में 1500 टन से ज्यादा कोल मौजूद था.
दस्तावेज नहीं मिलने पर सील : काफी देर तक विभाग की टीम फर्म से दस्तावेज की मांग करता रहा लेकिन जब दस्तावेज नहीं मिले तो डिपो को सील कर दिया गया. श्री श्याम इंटरप्राइसेस का संचालन मनोज कुमार कौशिक के नाम पर होता है. मौके पर दो खाली ट्रेलर और एक कोयले से भरा ट्रक भी सील किया गया. रास्ते में बिगड़े ट्रेलर को खनिज विभाग ने कोटमी चौकी में खड़ा करवाया है. विभाग इस कार्रवाई को अवैध भंडारण के खिलाफ की गई कार्रवाई बता रहा है.
'' कोल डिपो में अवैध भंडारण की शिकायत मिली थी.टीम मौके पर पहुंची और दस्तावेजों की जांच की.दस्तावेजों में दर्ज आंकड़े और मौके पर मिला कोल में काफी अंतर था.कोल भंडारण के उपयुक्त दस्तावेज नहीं मिलने पर डिपो सील किया गया है.अंदर ट्रक खड़े हैं,जिनकी चाबी नहीं मिली.जबकि एक ट्रक को जब्त किया गया है. '' सबीना खान,जिला खनिज अधिकारी
आपको बता दें कि जिला बनने के बाद अवैध कोयले पर इस तरह की पहली बड़ी कार्रवाई हुई है. इस कोल डिपो से लगातार चोरी छिपे सीमावर्ती मध्यप्रदेश से अवैध तरीके से कोयला लाकर यहां पर खपाने की सूचना मिलती थी. ये अवैध कोल भंडारण और अवैध कोयले के परिवहन की शिकायत शासन प्रशासन तक पहुंचती रही है.लेकिन देर सवेर ही सही प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करके डिपो सील कर दिया है.