अलवर: जिले की रामगढ़ पुलिस ने दहेज हत्या के मामले में फरार चल रहे स्थाई वारंटी को मांदला कला गांव में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पूर्व में पुलिस ने सास सकीना व ससुर महमूद को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा चार गिरफ्तारी वारंटी को भी गिरफ्तार किया है.
रामगढ़ थाने पर 27 अप्रैल, 2021 को मृतका के भाई मुनबर हुसैन निवासी मंडावर जिला दौसा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में लिखा था कि उसकी बहन की शादी मांदला कला गांव में साबिर खान पुत्र मोहम्मद के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज के साथ की थी. उसका आरोप है कि दहेज देने के बाद भी ससुराल पक्ष दहेज की मांग कर ताने देते थे. इसके बारे में बहन ने पूर्व में पीहर पक्ष को बताया था. इस पर पीहर पक्ष ने बेटी के सास-ससुर और पति को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन उनकी दहेज की मांग बढ़ती गई.
मृतका के भाई का आरोप है कि 26 मार्च, 2021 दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर ससुरालीजनों ने उसकी हत्या कर दी और पीहर पक्ष को बिना बताए अंतिम संस्कार भी कर दिया. किसी अन्य की ओर से सूचना मिलने पर मांदला गांव पहुंचे, तो ससुराल पक्ष ने कोरोना से मौत होना बताया. पीहर पक्ष ने दहेज के लिए हत्या का मामला थाने में दर्ज करवाया था. पुलिस ने दी गई रिपोर्ट के आधार पर दहेज हत्या की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था और पूर्व में ही उसकी सास व ससुर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी पति फरार चल रहा था.
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डीएसपी ओमप्रकाश बिश्नोई ने बताया कि दहेज हत्या के मामले में आरोपी साबिर पुत्र महमूद निवासी मांदला कला को कोर्ट के 299 के स्थाई वारंटी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में मृतका के भाई ने रामगढ़ थाने पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया था. जांच अधिकारी ने मृतका के भाई की मांग पर जिला कलेक्टर से आदेश करवारकर करीबन 3 महीने बाद कब्र में से डेड बॉडी को बाहर निकलवाकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया था. मुकदमा दर्ज होने के 1 महीने बाद आरोपी सास-ससुर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी पति फरार चल रहा था.