मैहर। जिले के देवराज नगर के हायर सेकेंडरी स्कूल भवन को जिला प्रशासन ने जर्जर घोषित करते हुए डिसमेंटल के आदेश तो दे दिए लेकिन केवल कागजों में. इस स्कूल की बिल्डिंग में बच्चे अभी भी पढ़ाई कर रहे हैं. ये स्कूल कक्षा 9 वीं से लेकर 12वीं तक है. यहां छात्र-छात्राओं की संख्या 370 से अधिक है. यहां 15 शिक्षक पदस्थ किए गए हैं. स्कूल के प्राचार्य सहित टीचर ने डीपीसी को लिखित में बताया कि जिस स्कूल में बच्चे पढ़ रहे हैं, वह जर्जर हो चुका है. छात्र जिस कमरे में बैठते हैं. वहां दीवार में चारों तरफ सीलन आ गई है.
कभी छज्जा गिरता है तो कभी छत से पानी टपकता है
स्कूल भवन की हालत इतनी खस्ता है कि छज्जा आए दिन गिर रहा है. स्कूल के प्राचार्य राम लखन रावत ने बताया "तेज बारिश में स्कूल के हर कमरे से पानी टपकने लगता है. कमरे में सीपेज आ जाती है. इसके लिए लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी भी दी जा रही है. उनके द्वारा निरीक्षण भी किया गया." प्राचार्य ने शासन और वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की है कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए इस जर्जर भवन को गिरा कर नया भवन बनाया जाए.
प्रशासन ने कहा- वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी
वहीं, शिक्षक अरुण कुमार प्रयासी ने बताया "स्कूल का जर्जर भवन होने की वजह से कक्षाओं में लगे पंखे गिर चुके हैं. हालांकि कोई घायल नहीं हुआ. स्कूल भवन में कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है." इस मामले में रामनगर एसडीएम आरती सिंह का कहना है "शिक्षा विभाग से बात करके वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी. डिस्मेंटल भवन में कक्षाएं नहीं लगनी चाहिए."