महराजगंज : इंडो-नेपाल बार्डर से सटे यूपी के जिले में तेंदुआ के अलावा मगरमच्छों के आतंक से लोग सहमे हुए हैं. नेपाल की नदियों से बारिश की पानी के साथ बहकर आए मगरमच्छ नदी व पहाड़ी नालों से निकल आसपास के आबादी वाले गांव व जलाशयों में पहुंच जा रहे हैं. सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम रेस्क्यू कर मगरमच्छों को पकड़ नदी में ले जाकर छोड़ रही है. यह सिलसिला पिछले दो माह से जारी है. अब नौतनवा क्षेत्र के गंगवलिया गांव निवासी अंबिका चौबे के तालाब में मगर पहुंच गया है.
अंबिका चौबे ने तालाब में मछली पाला है. अंबिका चौबे के मुताबिक कई कुंतल मछली मगरमच्छ खा गया है. पोखरे में मगरमच्छ दिखाई देने के बाद ग्रामीण उस तरफ जाना ही छोड़ दिए हैं. आसपास के घर के लोग भी भयभीत रहने लगे. अंबिका चौबे ने बताया कि वन कर्मियों से कई बार समस्या बताया. मगरमच्छ को पकड़ नदी में छोड़ने का फरियाद किया, लेकिन सुनवाई नहीं हो पा रही थी.
इसके बाद डीएफओ अर्शी मलिक को फोन किया. गुहार लगाते हुए कहा कि मगरमच्छ उसके पोखरी की मछलियों को खा जा रहा है. अगर जल्द ही उसे नहीं पकड़ा गया तो उसकी सभी मछलियों को खाकर मगरमच्छ उन्हें कंगाल बना देगा. मत्स्य पालक अंबिका चौबे की फरियाद कर डीएफओ अर्शी मलिक प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन दिया. डीएफओ के निर्देश पर वन विभाग के कर्मचारी गंगवलिया पहुंचे और ग्रामीणों के सहयोग से मगरमच्छ को पकड़ कर बघेला नाला में ले जाकर छोड़ा. डीएफओ अर्शी मलिक ने बताया कि मत्स्य पालक की सूचना पर मगरमच्छ को पोखरे से निकाल बघेला नाला में ले जाकर छोड़ा गया है.
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