महराजगंज : परिषदीय बेसिक स्कूलों में फर्जी नियुक्ति पर बर्खास्त हो चुके 10 शिक्षकों के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारियों ने कोतवाली में शनिवार को एफआईआर दर्ज करा दी है. एक साथ 10 केस दर्ज होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. इसमें से अधिकाशं शिक्षक डेढ़ से दो साल पहले नियुक्ति में फर्जीवाड़ा के आरोप में बर्खास्त किए जा चुके हैं.
बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को केस दर्ज कराने का आदेश भी जारी किया था. हालांकि बीईओ केस दर्ज नहीं करा रहे थे. बीएसए ने इस लापरवाही को लेकर खंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ डीओ लेटर जारी कर दिया. इसके बाद आननफानन खंड शिक्षा अधिकारियों ने कोतवाली में तहरीर देकर केस दर्ज कराया है.
कोतवाली पुलिस के मुताबिक शनिवार को परतावल, सदर व निचलौल के खंड शिक्षा अधिकारी ने कुल 10 बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी. जिसके आधार पर परतावल क्षेत्र प्राथमिक विद्यालय धनगढ़ा के शिक्षक राजकुमार यादव व परतावल के ही प्राथमिक विद्यालय बैजौली के शिक्षक दिनेश चंद्र, सदर क्षेत्र के पड़री बुजुर्ग की शिक्षिका सुमन यादव, निचलौल क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बैठवलिया के शिक्षक सैयद अली पुत्र जैयद अली निवासी तिवारीपुर गोरखपुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
इनके अलावा प्राथमिक विद्यालय बढैपुरवा के शिक्षक अरविंद कुमार यादव पुत्र पारसनाथ यादव निवासी खोराबार गोरखपुर, प्राथमिक विद्यालय बकुलडीहा के शिक्षक कन्हैया लाल यादव पुत्र रामनरेश यादव निवासी लक्ष्मीपुर यादव टोला गोरखपुर, प्राथमिक विद्यालय अदरौना के शिक्षक रतन कुमार पांडेय पुत्र श्रीनारायण पांडेय निवासी ग्राम व पोस्ट परतावलके खिलाफ FIR दर्ज की गयी है. साथ ही प्राथमिक विद्यालय पैकौली के शिक्षक वेदानंद यादव पुत्र मुखलाल निवासी डुमरी खास चौरीचौरा गोरखपुर, प्राथमिक विद्यालय शिकारपुर के बर्खास्त शिक्षक अजय प्रताप चौधरी पुत्र रामसूरत निवासी सिविल लाइंस गांधीनगर बस्ती के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार रॉय ने बताया कुल 10 बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज की गयी है. विवेचना के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
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