वाराणसी: महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर अस्पताल में देश के अलग-अलग देशों से आने वाले कैंसर मरीजों और उनके परिजनों को अब रेडिएशन के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि पहले के मुकाबले मशीनों की संख्या बढ़ रही है. गुरुवार को एक नई मशीन सीएसआर फंड के जरिए वाराणसी के कैंसर संस्थान को मिली है. जिससे यहां रेडिएशन के लिए पहुंचने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. बता दें कि अब वाराणसी के कैंसर संस्थान रेडिएशन मशीनों की कुल संख्या बढ़ कर चार हो गई है.
कैंसर संस्थान की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, अतिरिक्त रिंग गैंट्री लीनियर एक्सलरेटर (हैलसियॉन एलिट रेडिएशन मशीन) की गुरुवार को इंस्टॉल किया जा चुका है. इससे कैंसर मरीजों को रेडिएशन उपचार लेने में सहूलियत होगी. अस्पताल को यह मशीन इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तरफ से सीएसआर पहल के तहत उपलब्ध कराई गई है, जिसका उद्धाटन बुधवार को टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता और इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक व राज्य प्रमुख, उत्तर प्रदेश राज्य कार्यालय-1, राजेश सिंह एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया.
डॉ. गुप्ता तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी आए हुए हैं. इस दौरान वह अस्पताल में सीएसआर के तहत प्राप्त हुई और शुरू हुई कई तरह की नई सुविधाओं का उद्धाटन करेंगे. जिसमें मुख्य रूप से कोटक महिंद्रा बैंक की तरफ से सीटी सिम्युलेटर और एचडीएडसी बैंक की तरफ से अस्पताल में बैरियर लाउंड्री की सुविधा शामिल है.
महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर अस्पताल उत्तर प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के कैंसर मरीजों के लिए एक बड़ी सौगात है और अब-तक इन दोनों अस्पतालों में 1,22,896 नए कैंसर मरीजों का पंजीकरण, जबकि 20,197 मरीजों की सर्जरी हो चुकी है. अगर इस वर्ष की बात करें तो जनवरी से लेकर अक्टूबर तक कुल 22,522 नए मरीजों का पंजीकरण हो चुका है.
दोनों अस्पताल में फिलहाल तीन रेडिएशन मशीन है, जिसपर अब तक मरीजों का इलाज किया जा रहा था. पिछले वर्ष इन सभी मशीनों से तकरीबन 3300 मरीजों को इलाज दिया गया, जबकि शुरुआत से लेकर अब तक कुल 14,814 मरीजों को रेडिएशन इलाज दिया गया है. अब इस नई मशीन की शुरुआत होने से अस्पताल में रेडिएशन मशीन की संख्या बढ़कर चार हो गई है, जिससे हर साल अतिरिक्त 1500 नए मरीजों को इलाज मिल सकेगा.
इससे अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को समय रहते रेडिएशन उपचार का लाभ मिलेगा. आंकड़ों के अनुसार अस्पताल आने वाले 50-60 प्रतिशत मरीजों को रेडिएशन की जरूरत पड़ती है. हालांकि, मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण कई बार मरीजों को रेडिएशन के लिए इंतजार करना पड़ता है. इस मशीन के शुरुआत से वेटिंग लिस्ट में कमी आने की उम्मीद है, जो कैंसर मरीजों के लिए एक बड़ी सौगात होगी.
डॉ. सुदीप गुप्ता ने कहा कि कैंसर इलाज में रेडिएशन उपचार अहम है. चूंकि रेडिएशन इलाज एक लंबी प्रक्रिया है. इसलिए कई बार मरीजों को अपनी बारी के लिए इंतजार करना पड़ता है. इस समस्या के समाधान के लिए हम अस्पताल में आज अतिरिक्त मशीन की शुरुआत कर रहे हैं, जो आने वाले दिनों में कैंसर मरीजों के लिए बड़ी मदद लेकर आएगा.
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