आजमगढ़ : महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 श्रद्धालु घायल हो गए थे. इस हादसे में कप्तानगंज थाना क्षेत्र के गोपालगंज खालिसपुर गांव के रहने वाले एक बुजुर्ग (67) की भी मौत हो गई थी. शुक्रवार को पुलिस ने बुजुर्ग के शव को परिजनों को सौंप दिया है. शव लाए जाने के बाद गांव में मातम छा गया.
परिजनों के मुताबिक, कप्तानगंज थाना क्षेत्र के गोपालगंज खालिसपुर गांव के रहने वाले दयाशंकर सिंह 28 जनवरी को महाकुंभ स्नान करने पत्नी के साथ गए हुए थे. पत्नी प्रमिला के मुताबिक, भगदड़ के समय पत्नी प्रमिला और पति दयाशंकर सिंह का साथ छूट गया था. उन्होंने बताया कि कई बार अनाउंसमेंट कराया, पति को खोजती रहीं, लेकिन कहीं पर भी पति का पता नहीं लगा.
उन्होंने बताया कि मैं निराश होकर आम लोगों के सहारे में चली गई थी. आम लोग ही मेरे सहारा बने. कुछ देर बाद पता चला कि भगदड़ में मेरे पति की भी जान चली गई. देर शाम इसकी खबर घर पर आई, तो यहां से कई लोग प्रयागराज जाने के लिए निकले. रोड जाम होने के बाद लोगों को पहुंचने में देरी हुई. 31 जनवरी की सुबह करीब 5:00 बजे के आसपास बुजुर्ग दयाशंकर सिंह का शव गांव लाया गया. इसके बाद गांव में लोगों का तांता लग गया. परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार ऋषि दुर्वासा धाम पर किया गया.
कप्तानगंज थाना प्रभारी केसी विजय सिंह गोंड ने बताया कि प्रयागराज भगदड़ में आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के खालिसपुर गांव निवासी दयाशंकर सिंह का शव सुबह 3 बजे थाने पर लाया गया था. शुक्रवार को सुबह 11:00 बजे बुजुर्ग का शव परिजनों को सौंप दिया गया था.