लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 7000 से ज्यादा बसों का संचालन करेगा. लखनऊ रीजन की तरफ से 400 बसें संचालित की जाएंगी. 13 जनवरी से इन बसों का संचालन शुरू किया जाएगा और 27 मार्च तक महाकुंभ मेला स्पेशल बसें संचालित होती रहेंगी. किस-किस डिपो से कितनी बसों का संचालन किया जाएगा, इसकी सूची लखनऊ रीजन की तरफ से जारी कर दी गई है.
लखनऊ क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि महाकुंभ स्पेशल बसों के रूप में लखनऊ रीजन के अलग-अलग डिपो से 400 बसें संचालित की जाएंगी. इनमें 340 बसें परिवहन निगम की और 60 बसें अनुबंधित हैं. चारबाग डिपो की 78, अवध डिपो की 61, कैसरबाग की 92, कैसरबाग अनुबंधित डिपो की 20, रायबरेली डिपो की 49, हैदरगढ़ डिपो की 65 और आलमबाग डिपो की 35 बसें शामिल हैं. क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि यात्री सुविधा की दृष्टि से महाकुंभ मेला के संचालन व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए लखनऊ क्षेत्र के 41 कर्मचारियों और 33 तकनीकी कर्मचारियों सहित कुल 74 कर्मचारियों के तैनाती मेला स्थल प्रयागराज में बने अस्थाई बस स्टेशन, चेक पोस्टों और अस्थाई कार्यशाला पर लगाई गई है.
लखनऊ से संचलित होने वाली बसें बीच रास्ते में खराब न हों इसके लिए सभी डिपो को सख्त तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि 18 बिंदुओं की जांच करने के बाद ही बसों को रूट पर भेजा जाए. बस के चालक परिचालक वर्दी के साथ ही नेम प्लेट और जूतों के साथ ड्यूटी करें. यात्रियों से अच्छा व्यवहार करें. मेला अवधि में बस स्टेशन, डिपो और कार्यशालाओं के शौचालयों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए. पेजयल, वाटर कूलर यंत्र क्रियाशील रहें. प्रकाश की व्यवस्था बेहतर हो. रैन बसेरा में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हों. शिशु देखभाल कक्ष, व्हीलचेयर, सीसीटीवी कैमरा और हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी. बस की साफ सफाई की व्यवस्था की जाएगी. 200 किलोमीटर से अधिक चलकर आई हर बस की सफाई कराई जाए. उसके बाद ही संचालन के लिए भेजा जाए. मेले की अवधि में कार्मिकों को सप्ताहिक अवकाश के आलावा अन्य कोई अवकाश नहीं दिया जाएगा.