उज्जैन। होली वाले दिन महाकालेश्वर मंदिर में अग्निकांड के कारण 14 पुजारी और सेवक जख्मी हो गए थे. इसके बाद महाकाल मंदिर प्रशासक को तत्काल हटा दिया गया. मामले की अभी जांच जारी है. इसी बीच महाकाल मंदिर में एक्ट को लेकर सवाल उठने लगे हैं. मंदिर में पुजारी और पुरोहितों को प्रतिनिधि रखने का कोई प्रावधान नहीं है. इसी को लेकर पुजारी-पुरोहितों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में आपत्ति करने वाली याचिकाकर्ता सारिका गुरु के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है.
मंदिर की छवि खराब करने का आरोप
पुजारियों का कहना है कि मंदिर की छवि खराब की जा रही है. दरअसल, सारिका गुरु ने सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट में महाकाल मंदिर को लेकर याचिकाएं लगाई हैं. शिवलिंग क्षरण को लेकर हो या फिर महाकाल मंदिर के एक्ट, इन सभी को लेकर सारिका गुरु हमेशा पुजारी पुरोहितों के निशाने पर रहती हैं. सारिका गुरु ने महाकाल मंदिर के पुजारी और पुरोहितों के प्रतिनिधि रखने पर आपत्ति दर्ज कराई थी. इसी को लेकर पुजारी-पुरोहितों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर सारिका गुरु पर कार्रवाई करने की मांग की है.
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सारिका गुरु ने लगा रखी हैं कोर्ट में याचिकाएं
बता दें कि मंदिर में हुए अग्निकांड को लेकर याचिकाकर्ता सारिका गुरु ने सवाल खड़े करते हुए बयान जारी किए थे. इसी के विरोध में महाकाल मंदिर के पुजारी और पुरोहितों ने प्रशासनिक भवन पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इसमें आरोप लगाया कि एक दंपती महाकाल मंदिर सहित अन्य मंदिरों की छवि खराब करने में लगे हैं. ये दंपती मीडिया के माध्यम से मंदिर को बदनाम करने में लगे हैं. ऐसे लोगों की शिकायतों पर जांच की जाए और यदि शिकायतें झूठी पाई जाती हैं तो कार्रवाई हो.