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श्री महाकालेश्वर मंदिर में सावन भादो के लिए भस्मारती दर्शन व्यवस्था में चेंज, नया नियम जान लें - Shri Mahakaleshwar temple

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 12, 2024, 12:04 PM IST

Updated : Jul 12, 2024, 12:22 PM IST

उज्जैन में श्रावण व भादौ मास के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर (Shri Mahakaleshwar Temple) के पट खुलने, सुरक्षा व दर्शन व्यवस्था नए सिरे से बनाई गई है. भस्म आरती को लेकर भी नई व्यवस्था बनाई गई है. मंदिर समिति की बैठक में बाबा महाकाल की सवारी मार्ग को लेकर भी चर्चा हुई.

Shri Mahakaleshwar temple
श्रावण व भादौ मास के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर में व्यापक तैयारियां (ETV BHARAT)

उज्जैन। 22 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो रहा है. इस दौरान बड़ी संख्या में बाबा महाकाल के दर्शन को भक्त पहुचते हैं. इसी को देखते हुए सुरक्षा, सुविधा व व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर समिति की बैठक हुई. इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. फैसले के अनुसार गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलेगा. इसके साथ ही शनिवार, रविवार व सोमवार को श्रावण माह में ऑनलाइन भस्मार्ती बुकिंग नहीं हो सकेगी. श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती का समय भी बदला जाएगा. 22 जुलाई से 2 सितम्बर तक अलसुबह पट खुलने का समय होगा 03 बजे व प्रत्येक सोमवार को अलसुबह 2.30 बजे.

महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन की नई व्यवस्था (ETV BHARAT)

भस्मारती के लिए ये है नई व्यवस्था

  • भस्म आरती प्रतिदिन अलसुबह 3 से 5 बजे तक होगी. प्रत्येक सोमवार को अलसुबह 2.30 से 4.30 बजे तक होगी.
  • सितंबर से पट खुलने का समय पूर्व की तरह ही रहेगा.
  • श्रावण-भादौ मास में प्रचलित व्यवस्था के अनुसार अवंतिका द्वार से भस्म आरती में चलित दर्शन की व्यवस्था निर्धारित रहेगी.
  • मीडिया प्रतिनिधि, पुजारी, पुरोहित गेट क्रमांक 4 से करेंगे प्रवेश.
  • गर्भगृह में नहीं मिलेगा प्रवेश. शनिवार, रविवार व सोमवार को श्रावण माह में नहीं मिलेगी ऑनलाइन भस्मार्ती बुकिंग.

श्रावण मास में कावड़ यात्रियों के लिए दर्शन व्यवस्था

  • कावड़ यात्रियों को पूर्व सूचना दिये जाने पर शनिवार, रविवार और सोमवार को छोड़कर गेट 4 से प्रवेश दिया जाएगा.
  • कावड़ यात्री भगवान को जल जलपात्र के माध्यम से अर्पित कर पाएंगे. गर्भ गृह में प्रवेश नहीं मिलेगा.
  • बिना सूचना दिए मंदिर कावड़ लेकर आने वाले यात्रियों को आम दर्शनार्थियों के साथ प्रवेश मिलेगा.

सामान्य श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था व महाकाल सवारी रूट

  • सामान्य दर्शन व्यवस्था के तहत भक्त श्रावण-भादौ मास में त्रिवेणी संग्रहालय के पास से और भारत माता मंदिर की ओर से आकर मानसरोवर द्वार से ही प्रवेश कर सकेंगे.
  • पहली सवारी सोमवार 22 जुलाई, दूसरी सवारी सोमवार 29 जुलाई, तीसरी सवारी सोमवार 5 अगस्त, चौथी सवारी सोमवार 12 अगस्त, पांचवीं सवारी सोमवार 19 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जायेगी.
  • भादौ मास में छठी सवारी सोमवार 26 अगस्त व शाही सवारी सोमवार 2 सितंबर को निकाली जायेगी.
    Shri Mahakaleshwar temple
    श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति की बैठक (ETV BHARAT)

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बाबा महाकाल ने भगवान जगन्नाथ के रूप में दिए दर्शन, मंत्री भूपेंद्र यादव और मोहन यादव ने लिया आशीर्वाद

महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही कंपनी की मनमानी, कलेक्टर ने दी अंतिम चेतावनी

बाबा महाकाल की सवारी का रूट इस प्रकार रहेगा

भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी मंदिर के सभा मण्डप शुरू होकर गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी. यहां सवारी का पूजन-अर्चन होने के बाद रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मन्दिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर में वापस आयेगी. शाही सवारी 2 सितंबर को उपरोक्त मार्ग के अलावा टंकी चौराहा से मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चौराहा, कण्ठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी.

उज्जैन। 22 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो रहा है. इस दौरान बड़ी संख्या में बाबा महाकाल के दर्शन को भक्त पहुचते हैं. इसी को देखते हुए सुरक्षा, सुविधा व व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर समिति की बैठक हुई. इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. फैसले के अनुसार गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलेगा. इसके साथ ही शनिवार, रविवार व सोमवार को श्रावण माह में ऑनलाइन भस्मार्ती बुकिंग नहीं हो सकेगी. श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती का समय भी बदला जाएगा. 22 जुलाई से 2 सितम्बर तक अलसुबह पट खुलने का समय होगा 03 बजे व प्रत्येक सोमवार को अलसुबह 2.30 बजे.

महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन की नई व्यवस्था (ETV BHARAT)

भस्मारती के लिए ये है नई व्यवस्था

  • भस्म आरती प्रतिदिन अलसुबह 3 से 5 बजे तक होगी. प्रत्येक सोमवार को अलसुबह 2.30 से 4.30 बजे तक होगी.
  • सितंबर से पट खुलने का समय पूर्व की तरह ही रहेगा.
  • श्रावण-भादौ मास में प्रचलित व्यवस्था के अनुसार अवंतिका द्वार से भस्म आरती में चलित दर्शन की व्यवस्था निर्धारित रहेगी.
  • मीडिया प्रतिनिधि, पुजारी, पुरोहित गेट क्रमांक 4 से करेंगे प्रवेश.
  • गर्भगृह में नहीं मिलेगा प्रवेश. शनिवार, रविवार व सोमवार को श्रावण माह में नहीं मिलेगी ऑनलाइन भस्मार्ती बुकिंग.

श्रावण मास में कावड़ यात्रियों के लिए दर्शन व्यवस्था

  • कावड़ यात्रियों को पूर्व सूचना दिये जाने पर शनिवार, रविवार और सोमवार को छोड़कर गेट 4 से प्रवेश दिया जाएगा.
  • कावड़ यात्री भगवान को जल जलपात्र के माध्यम से अर्पित कर पाएंगे. गर्भ गृह में प्रवेश नहीं मिलेगा.
  • बिना सूचना दिए मंदिर कावड़ लेकर आने वाले यात्रियों को आम दर्शनार्थियों के साथ प्रवेश मिलेगा.

सामान्य श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था व महाकाल सवारी रूट

  • सामान्य दर्शन व्यवस्था के तहत भक्त श्रावण-भादौ मास में त्रिवेणी संग्रहालय के पास से और भारत माता मंदिर की ओर से आकर मानसरोवर द्वार से ही प्रवेश कर सकेंगे.
  • पहली सवारी सोमवार 22 जुलाई, दूसरी सवारी सोमवार 29 जुलाई, तीसरी सवारी सोमवार 5 अगस्त, चौथी सवारी सोमवार 12 अगस्त, पांचवीं सवारी सोमवार 19 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जायेगी.
  • भादौ मास में छठी सवारी सोमवार 26 अगस्त व शाही सवारी सोमवार 2 सितंबर को निकाली जायेगी.
    Shri Mahakaleshwar temple
    श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति की बैठक (ETV BHARAT)

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भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी मंदिर के सभा मण्डप शुरू होकर गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी. यहां सवारी का पूजन-अर्चन होने के बाद रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मन्दिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर में वापस आयेगी. शाही सवारी 2 सितंबर को उपरोक्त मार्ग के अलावा टंकी चौराहा से मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चौराहा, कण्ठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी.

Last Updated : Jul 12, 2024, 12:22 PM IST
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