प्रयागराज/महाराजगंज/मिर्जापुर : प्रयागराज में त्रिवेणी संगम नदी पर महाकुंभ मेले का शुभारंभ पौष पूर्णिमा (13 जनवरी 2025 से होगा. कुंभ मेला 26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि के दिन तक चलेगा. इस दौरान देश-विदेश से लाखों-करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे. इसके लिए यूपी सरकार तमाम संसाधन और सुविधाएं जुटा रही है. इसी कड़ी में लोगों की सहूलियत और आवागमन के लिए पीपा पुलों की संख्या बढ़ाई गई है. 2019 कुंभ में इन पुलों की संख्या 22 थी, लेकिन इस बार पीपा पुलों की संख्या बढ़ाकर 30 की गई है. महाकुंभ के लिए कुल 30 पांटून पुलों का निर्माण किया जा रहा है. पांटून पुलों को भारी भार सहन करने के लिए डिजाइन किया गया है. अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे.
महाकुंभ को लेकर भारत नेपाल सीमा पर अलर्टः प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर प्रयागराज समेत आसपास जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. भारत नेपाल सीमा पर भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है. महाकुंभ में सुरक्षा का जायजा लेने के लिए मंगलवार को एसएसबी के डीजी अमृत मोहन प्रसाद भारत नेपाल के सोनौली सीमा पर पहुंचे. जहां पर नेपाल के अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा को लेकर सहयोग की बात कही. साथ ही सीमा पर एसएसबी समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने की निर्देश भी दिए. एसएसबी डीजी अमृत मोहन प्रसाद ने बताया कि भारत और नेपाल का रिश्ता बहुत ही अच्छा है. महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर नेपाल ने पूरा सहयोग देने की बात कही है.
मिर्जापुर पुलिस भी अलर्ट : महाकुंभ मेला को लेकर मिर्जापुर पुलिस अलर्ट मोड में है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस ऑपरेशन चक्रव्यूह चला रही है. बार्डर पर चेकिंग, मुख्य मार्गों, एंट्री प्वाइंटों, सीमाओं पर बैरियर व पिकेट लगा दी गई है. बता दें, मिर्जापुर जिले के पूर्व में काशी, पश्चिम की सीमा पर प्रयागराज, उत्तर में भदोही और दक्षिण में मध्य प्रदेश स्थित है. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था बनाने में क्षेत्राधिकारी सदर अमर बहादुर दल बल के साथ प्रयागराज- मिर्जापुर के पाली बॉर्डर पर डटे है. पुलिस अधीक्षक अभिनदंन ने मध्य प्रदेश के बॉर्डर हनुमना की कमान संभाल रहे हैं.