लखनऊ: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. मौत से पहले अंसारी ने आशंका जाहिर की थी कि उसे जेल में खाने में जहर देकर कोई मार सकता है. इसी खौफ के चलते मुख्तार ने अपने वकील के जरिए बाराबंकी की एमपी एमएलए कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया था. इसमें उसने अपना इलाज करवाने और हत्या करवाने की साजिश की जांच करवाने का अनुरोध किया था. फिलहाल मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है.
दरअसल, एंबुलेंस केस के बाद बाराबंकी की शहर कोतवाली में मुख्तार अंसारी सहित 12 पर दर्ज गैंगस्टर के मामले की सुनवाई चल रही है. बीते गुरुवार को एमपी एमएलए कोर्ट में जज कमलकांत श्रीवास्तव के सामने मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था. इस दौरान कोर्ट में मुख्तार अंसारी के वकील ने उसका प्रार्थना पत्र सौंपा था.
आदालत में पेश किए गए एप्लीकेशन लेटर में मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से कहा था कि, बीते 19 मार्च को बांदा जेल में उसके खाने में जहर दिया गया था. जिसको खाने से वह गंभीर रूप से बीमार हो गया था. ऐसा लगता है कि कभी भी जान जा सकती है. उसने कोर्ट को यह भी बताया था कि, 40 दिन पहले भी उसके खाने में स्लो पॉइजन दिया गया था इसलिए जेल में जो स्टाफ उसका खाना बनाने में बाद चखकर उसे देता है, वह भी बीमार पड़ गया और उसका इलाज कराया गया.
बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब मुख्तार ने अपनी जान का खतरा बताया है. इससे पहले सितम्बर 2023 को मुख्तार ने मऊ की एमपी एमएलए कोर्ट ने भी जेल में खुद की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था.