रामनगर: जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देश के बाद नैनीताल जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित मदरसों की जांच की जा रही है. जांच के दौरान उनके दस्तावेज और मदरसों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या देखी जा रही है. इसी क्रम में आज रामनगर अंतर्गत आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में मदरसों की जिलाधिकारी द्वारा नियुक्त टीम ने जांच की. इस दौरान दस्तावेज को लेकर कई खामियां पाई गई.
रामनगर के मदरसों की हुई जांच: बता दें कि उप जिलाधिकारी रामनगर राहुल शाह के निर्देश पर गठित अलग-अलग टीमों ने रामनगर विकासखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित मदरसों की जांच शुरू कर दी है. इसी क्रम में बीआरसी समन्वयक मनोज तिवारी और उनके साथ मौजूद अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से रामनगर स्थित कई मदरसों की जांच की गई.
उपस्थिति पंजिका में बच्चों की उपस्थिति नहीं दर्ज: बीआरसी समन्वयक मनोज तिवारी ने बताया कि जांच के दौरान कई मदरसों के अभिलेखों में कमी पाई गई है, जबकि कई जगह छात्रों की उपस्थिति पंजिका में बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अभी भी रामनगर के आसपास स्थित मदरसों की जांच की जाएगी. बता दें कि इससे पहले देहरादून में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने समीक्षा बैठक की थी. जिसमें उन्होंने तमाम बिंदुओं पर करीब 14 विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा की थी. आयोग ने उत्तराखंड के मदरसों में बाहर के बच्चे और हिंदू धर्म के बच्चों के पढ़ने के आरोप लगाए थे.
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