मरवाही/एमसीबी: मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व से छत्तीसगढ़ की सीमा में घुसा बाघ लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है. गरुवार और शुक्रवार को यह टाइगर मरवाही वन मंडल के क्षेत्र में घूम रहा था. शनिवार को यह बाघ अब मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर की सीमा में प्रवेश कर गया है. छत्तीसगढ़ का वन विभाग टाइगर के मूवमेंट को लेकर अलर्ट है.
मनेंद्रगढ़ के भौता गांव पहुंचा बाघ: वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बाघ एमसीबी के भौता गांव में मौजूद है. भौता गांव में वन विभाग की टीम मौजूद हैं. बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए एक्सपर्ट डॉक्टर चंदन को बुलाया गया है. वह भी वहां पर मौजूद हैं. गुरुवार देर रात मध्यप्रदेश के अमरकंटक इलाके से होते हुए मरवाही वन मंडल के सिवनी में टाइगर पहुंचा. उसके बाद वह गुरुवार से शुक्रवार तक मरवाही के जंगलों में घूमता रहा. यहां उसने मवेशियों का शिकार भी किया और शनिवार को बाघ मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के भौता गांव में पहुंच गया.
एमसीबी में बाघ ने किया मवेशियों का शिकार: भौता गांव में बाघ ने दो बकरियों पर हमला किया जिसमें एक बकरी की मौत हो गई. इलाके में टाइगर की मौजूदगी से लोगों में दहशत है. लोगों के डर को देखते हुए वन विभाग अलर्ट है. ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की सलाह दी जा रही है. गांववालों को सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है. बाघ को मानव बस्ती से दूर रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं-मनीष कश्यप, डीएफओ, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर
वन विभाग ने लोगों से की अपील: वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह रात के समय घर से बाहर न निकलें. अपने मवेशियों घर में सुरक्षित स्थान पर बांघें. बाघ के विचरण को लेकर वन विभाग पूरी तरीके से अलर्ट पर है. वन विभाग ने गांव वालों को भी हिदायत बरतने की सलाह दी है. वन विभाग ने एहतियात के तौर पर बिजली सप्लाई बंद करने का लेटर लिखा है. जिससे बाघ को किसी तरह का नुकसान न हो.