कटनी/दतिया/अशोनगर। कटनी, दतिया व अशोकनगर जिले में बारिश व ओलों ने कहर बरपाया है. इन जिलों में ओले गिरने के बाद किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया. कटनी जिले में फसलों का निरीक्षण करने कलेक्टर अवि प्रसाद पहुंचे. कलेक्टर ने खन्ना बंजारी एवं ग्राम हथेडा में खेतों का निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर ने करीब 2 किलोमीटर तक खेतों की पगडंडियों और मेढ़ों पर, कटीली झाड़ियों से बचते बचाते यहां के कृषक नत्थू सिंह मरावी एवं मदन सिंह के खेतों का निरीक्षण किया. किसानों ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण चने के फूल झड़ गए हैं. हालांकि गेहूं की फसल में नुकसान कम है.
किसानों ने कलेक्टर को सुनाई प्राकृतिक आपदा से आपबीती
किसानों ने कटनी कलेक्टर के सामने रो-रोकर अपनी व्यथा सुनाई. निरीक्षण के दौरान हथेड़ा निवासी किसान धनपत और गोविंद ने कलेक्टर को बताया कि सब्जी भाजी, टमाटर की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है. धनपत ने ओला गिरने से टमाटर फटकर बिखरने की जानकारी दी. यहां से आगे निकलने पर ग्रामीणों ने कलेक्टर की गाड़ी रोकी. कलेक्टर ने उनसे पूछा कि कितना नुकसान हुआ है. फिर कहा कि आपका खेत कहां है. इसके बाद कलेक्टर अवि प्रसाद ने दिनेश कचेर, अमृत लाल और दादू राम के खेत पर पहुंचे. यहां सरसों की फसल पक चुकी थी. मौके पर मौजूद उपसंचालक कृषि ने किसानों को समझाइश दी कि सरसों की फसल की तत्काल कटाई कर लें. नहीं तो धूप तेज होने पर इसकी फलियां चटककर बिखरने लगेंगी.
दतिया में जिला प्रशासन ने नहीं समझा किसानों का दर्द
उधर, दतिया जिले में तीन दिन से बारिश का दौर जारी है. एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि ने बहुत नुकसान किया. शनिवार शाम से बिगड़े मौसम ने किसानों पर वज्रपात कर दिया. जिले के हथलव एवं गणेशखेड़ा में ओले गिरे. रविवार को बड़ौनी तहसील के गोराघाट क्षेत्र के पहाड़ी सहित आधा दर्जन गांवों में ओलों ने कहर बरपाया. सोमवार सुबह भी सेंवड़ा तहसील के बेरछा एवं भांडेर तहसील के करीब आधा दर्जन गांवों में प्रकृति का कहर बरपा. अंचल में अभी भी बादल छाए हुए हैं. वहीं, किसान परेशान हैं लेकिन अधिकारी मौन हैं.
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अशोकनगर में भी बेर के आकार के ओले गिरे
अशोकनगर जिले में भी बारिश एवं ओलावृष्टि से फसलें तबाह हो गईं. शनिवार रात शुरू हुई आफत की बारिश ने किसानों के खेतों में खड़ी और कटी फसल पर पानी फेर दिया है. जिले के ईसागढ़ तहसील के कई गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है. जिसके कारण खेतों में खड़ी फसलों में भी बड़ा नुकसान हुआ. अशोकनगर मुख्यालय के आसपास भी बारिश के साथ छोटे-छोटे ओले भी गिरे. ईसागढ़ और साडोरा तहसील के कई गांवों में बेर के आकर के ओलों ने खेतों में खड़ी फसल तबाह कर दी.