भोपाल। मध्य प्रदेश में चौथे चरण के मतदान के साथ ही सोमवार को सभी 29 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया. चौथे और अखिरी चरण में 8 सीटों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन और खंडवा के लिए मतदान हुआ. बता दें कि सभी 8 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे समाप्त हो गया, जहां 18,007 मतदान केंद्र बनाए गए थे. मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 21 पर पहले तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान हुआ था. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
चौथे चरण में कुल 74 उम्मीदवार मैदान में हैं
मध्य प्रदेश में चौथे चरण में 8 लोकसभा सीटों के लिए कुल 74 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 69 पुरुष और 5 महिलाएं हैं. इस चरण में 1,63,70,654 पात्र मतदाता हैं, जिनमें 82,48,091 पुरुष, 81,22,175 महिलाएं और तीसरे जेंडक के 388 व्यक्ति शामिल हैं.
ये सीटें भाजपा का गढ़ मानी जाती हैं
राज्य के मालवा-निमाड़ क्षेत्र के 15 जिलों की 64 विधानसभा क्षेत्रों में फैले इन 8 निर्वाचन क्षेत्रों को भाजपा का गढ़ माना जाता है. इंदौर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार हैं और खरगोन में सबसे कम 5 उम्मीदवार हैं. इंदौर में पात्र मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक 25,26,803 है, जबकि उज्जैन में सबसे कम 17,98,704 मतदाता हैं. रतलाम में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया (73) और राज्य के वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान के बीच सीधा मुकाबला है. इंदौर में नोटा विकल्प अप्रत्याशित रूप से सुर्खियों में आ गया है, जब कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अंतिम समय में अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए.
2019 में इन 8 सीटों पर हुई थी इतनी वोटिंग
2019 के लोकसभा चुनावों में देवास में 79.46, उज्जैन में 75.40, मंदसौर में 77.84, रतलाम में 75.66, धार में 75.25, इंदौर में 69.31, खरगौन में 77.82 और खंडवा में 76.90 प्रतिशत मतदान हुआ था.