भोपाल। राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर्स ने विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार से हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी. लेकिन सरकार ने मांग पर अमल करते हुए जूनियर डॉक्टर्स और रेसिडेंट डॉक्टर्स का स्टायपेंड बढ़ा दिया है. जूनियर डॉक्टर्स के स्टायपेंड में तीन हजार तक और सीनियर रेसिडेंट डॉक्टरों का स्टायपेंड चार हजार रुपए तक बढ़ाया गया है. बुधवार देर शाम लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसका आदेश जारी किया. जूनियर डॉक्टर्स को इसका लाभ 1 अप्रैल 2023 से मिलेगा.
जूनियर डॉक्टर्स की चेतावनी पर सरकार हुई सक्रिय
मध्यप्रदेश जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (JUDA) के प्रदेशाध्यक्ष डॉ.संकेत सिते बताया कि सरकार ने हमारी मांग मान ली है. इसके चलते अब जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है. इससे पहले बुधवार को भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने अपने स्टायपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल की थी. इस दौरान जूनियर डॉक्टर्स ने इमरजेंसी सेवाओं में काम नहीं किया. साथ ही उन्होंने ज्ञापन देकर शाम तक स्टायपेंड न बढ़ने पर पूर्णकालिक हड़ताल करने की चेतावनी दी थी.
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जूनियर डॉक्टर्स ने एक दिन पहले की थी सांकेतिक हड़ताल
भोपाल के हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल में बुधवार को जूनियर डॉक्टर्स ने बुधवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक रूटीन ओपीडी में काम बंद हड़ताल की. सरकारी मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल स्टूडेंट्स जूनियर डॉक्टर का स्टायपेंड साल 2022 में बढ़ाया गया था. उसके बाद से स्टायपेंड नहीं बढ़ाया गया. साल 2023 में भी यही स्थिति बनी रही. लेकिन सरकार ने अब जूनियर डॉक्टर्स की मांग को मानते हुए 1 अप्रैल 2023 से उन्हें इसका लाभ देने का निर्णय लिया है.