भोपाल: मध्यप्रदेश में जन्माष्टमी, दशहरा और शस्त्र पूजन के बाद राज्य सरकार अब गोवर्धन पूजा का त्योहार भी मनाएगी. इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम सरकार द्वारा आयोजित किए जाएंगे. प्रदेश के सभी संभाग, जिले, तहसील व गांवों में गोवर्धन पूजा के लिए शासकीय कायक्रमों का आयोजन होगा. इसमें मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव समेत प्रदेश के मंत्री और विधायकों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल होंगे.
गोशालाओं को समाज से जोड़ने का प्रयास
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि पहली बार सरकार गोवर्धन पूजा अपने स्तर पर मनाने जा रही है. इस दौरान प्रदेश की गौशालाओं में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा. वीडी शर्मा ने कहा कि समाज को गोशालाओं से कैसे जोड़ा जाए, इसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने यह ऐतिहासिक कदम उठाया है. गोशालाओं के संचालन में समाज की भूमिका तय करने के लिए मुख्यमंत्री ने एक बड़ा निर्णय लिया है.
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मोहन सरकार पर विपक्ष ने साधा निशाना
इधर सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने सरकार पर गायों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा है कि प्रदेश में कमलनाथ की सरकार के वक्त गौशालयों का निर्माण किया गया था. उन गौशालाओं का बुरा हाल है. यहां महीनों तक गाय को गोबर में खड़े रहना पड़ता है. हालत ये है कि यहां 6-6 महीने तक गोबर नहीं उठाया जाता है, जिसकी वजह से गायें गोबर में खड़ी रहती हैं. यानी इन गौशालाओं में गोबर उठाने वाला तक नहीं है. अब सरकार यहां गोवर्धन पूजा करने का ढोंग कर रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने बनाई थी गौ केबिनेट
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने गौवंश की रक्षा के लिए गौ-कैबिनेट बनाया था. अब गोवर्धन पूजा के दिन डॉ. मोहन यादव की सरकार में सारे मंत्री-विधायक गौशाला पहुंच कर गायों की पूजा करेंगे. इसकी जानकारी देते हुए मध्य प्रदेश के पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल ने बताया कि मोहन यादव की सरकार सभी गौशालाओं में गाय का पूजन करेगी. इसमें शामिल होने के लिए सभी विधायकों और मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इसके जरिए गौवंश संवर्धन का संदेश देना चाहती है.