भोपाल। मध्यप्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा को एक्सटेंशन देने की तैयारी की जा रही है. राज्य सरकर ने उनकी सेवावृद्धि करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा है. मुख्य सचिव वीरा राणा का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो रहा है. मई माह में लोकसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इसकी तारीखों का ऐलान मार्च माह में हो सकता है. इसलिए प्रशासनिक कामकाज को सुचारु रूप से चलाने के लिए वीरा राणा का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है.
दूसरी महिला मुख्य सचिव
बता दें कि वीरा राणा मध्यप्रदेश के इतिहास में निर्मला बुच के बाद मुख्य सचिव का पद संभालने वाली दूसरी महिला अधिकारी हैं. पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर्ड होने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा की 1988 बैच की आईएएस अधिकारी वीरा राणा को पहले प्रभारी मुख्य सचिव बनाया था. बाद में उन्हें मुख्य सचिव बना दिया गया. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उनकी कार्यप्रणाली से खुश हैं. लिहाजा उन्हें छह माह का एक्टेंशन देने की तैयारी की जा रही है.
31 मार्च को होना है रिटायर
वीरा राणा को अभी इस साल 31 मार्च को रिटायर्ड होना है. इसके पहले इकबाल सिंह बैंस का दो बार छह-छह माह का कार्यकाल बढ़ाया गया था. बैंस को 30 नवंबर 2022 को सेवानिवृत्त होना था, लेकिन विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनका कार्यकाल 31 मई 2023 तक छह माह के लिए बढ़ाया गया था. इसके बाद 30 नवंबर 2023 तक के लिए एक और सेवा विस्तार दिया गया था. 1988 बैच की आईएएस अधिकारी वीरा राणा मूलतः उत्तर प्रदेश की हैं. वे इसके पहले कई महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं.
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कई अहम पदों पर काम किया
गौरतलब है कि वीरा राणा का जन्म 26 मार्च 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स और एमबीए की डिग्री ली थी. वीरा राणा की गिनती मध्य प्रदेश के सख्त प्रशासनिक अफसरों में की जाती है. वीरा राणा मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष, मध्य प्रदेश राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी, खेल और युवा कल्याण विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रशासन अकादमी में महानिदेशक, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं.