भोपाल/नर्मदापुरम। माया नारोलिया जाट समाज यानि पिछड़ा वर्ग से आती हैं. बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है. महिलाओं को अवसर देने का दावा सही साबित करने के लिए ये नाम बीजेपी को सटीक लगा. दूसरी तरफ आम चुनाव से ठीक पहले पिछड़ा वर्ग की राजनीति को साधने की भी पार्टी ने कोशिश है. एमपी में सबसे ज्यादा 50 फीसदी आबादी ओबीसी ही है. बीजेपी ने महिला होने के साथ ओबीसी वर्ग से आने वाली माया नारोलिया को उम्मीदवार बनाया है.
ओबीसी वर्ग पर बीजेपी का फोकस, एमपी के साथ ही यूपी पर नजर
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं "इसे इस तरह देखना चाहिए कि पार्टी ओबीसी वर्ग पर कितना फोकस कर रही है. सीएम के बाद अब राज्यसभा में भी इस वर्ग को खास तवज्जो है. जाहिर तौर पर केवल एमपी की 50 फीसदी से ज्यादा आबादी ही नहीं. यूपी बिहार में ओबीसी पॉलिटिक्स पर बीजेपी को इससे फायदा होगा. बीजेपी ने माया नारोलिया से पहले कविता पाटीदार को राज्यसभा पहुंचाया था. वह भी ओबीसी वर्ग से आती हैं." बता दें कि माया नारोलिया 60 साल की हैं. इन्होंने आर्ट्स से कॉलेज में पढ़ाई की. उसके बाद राजनीति में सक्रिय हो गई. माया नारोलिया भाजपा में 40 साल से सक्रिय हैं. नगर पालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं. महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष व दो बार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रह चकी हैं. इनका बेटा विकास नारोलिया मंडल अध्यक्ष रह चुका है.
बेटे पर जमीन पर कब्जा कर धमकाने के आरोप
बीजेपी महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष माया नारोलिया के पुत्र और मंडल अध्यक्ष विकास नारोलिया पर अपने मामा की 5 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लग चुका है. मंडल अध्यक्ष पर बेटियों ने धमकाने के भी आरोप लगाए थे. जमीनी विवाद की शिकायत नर्मदापुरम के माखननगर थाने में की गई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की थी. दरअसल, माखननगर तहसील क्षेत्र में गांव चीलाचोन निवासी वीरेंद्र कुमार अपनी बेटी विजयलक्ष्मी और रिंकी के साथ तहसील कार्यालय और बाद में पुलिस थाने पहुंचे. उन्होने लिखित आवेदन दिया, जिसमें कई गंभीर आरोप बीजेपी नेता पर लगाए. आरोप है कि विकास नारोलिया पिछले 8 वर्षों से उनके पिता की जमीन पर कब्जा किए हुए है.
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राज्यसभा प्रत्याशी माया नारोलिया की बायोग्राफी
- जन्म- 16 जून 1961,
- वर्ग व जाति- पिछड़ा वर्ग (जाट)
- शैक्षिणिक योग्यता- ग्रेजुएट
- होशंगाबाद (नर्मदापुरम्) विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत गौरा की पंच निर्वाचित हुई, सन् 1983-1988 तक ग्राम पंचायत के पंच के पद का निर्वहन किया.
- 1988 से 1995 तक महिला मोर्चा में सदस्य नर्मदापुरम (होशंगाबाद)
- 1995 से 2000 तक महिला मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष नर्मदापुरम
- 2000 से 2004 तक महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष नर्मदापुरम
- 2005 से 2011 तक मंडी डायरेक्टर (सदस्य) कृषि उपज मंडी नर्मदापुरम निविरोध निर्वाचित
- 2006 से 2011 तक महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष नर्मदापुरम
- 2005 से 2010 नगरपलिका में एल्डरमेन (मनोनीत पार्षद) 2005 से 2010
- 2010 से 2015 तक नगरपालिका अध्यक्ष नर्मदापुरम
- 2010 से 2023 तक भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश कार्यकारिणी सदस्य
- 2017 से 2021 तक प्रदेश महामंत्री महिला मोर्चा भाजपा मध्यप्रदेश
- 2021 से वर्तमान तक महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश