लखनऊ : योगी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए नई पहल का ऐलान किया है. उत्तर प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर और तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से "यूपीएमजी स्कीम" लाई जा रही है. इस योजना को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाएगा. जिसके तहत महिलाओं को विभिन्न प्रकार की सहायता मिलेगी.
राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने बताया कि इस स्कीम के तहत 75 जनपदों में सेमिनार आयोजित किए जाएंगे और सर्वेक्षण किया जाएगा. जिसमें महिलाओं की आर्थिक स्थिति, शैक्षिक योग्यता और आवश्यकताओं का मूल्यांकन होगा. इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को कौशल विकास, शिक्षा, स्टार्टअप के लिए वित्तीय सहायता और रोजगार के अवसर प्रदान करना है.
राज्य मंत्री ने बताया कि योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी. पंजीकरण जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी करेंगे जिन महिलाओं के पास कौशल है. उन्हें प्रशिक्षण और रोजगार में सहायता दी जाएगी. साथ ही जो महिलाएं पढ़ाई करना चाहती हैं, उनके लिए शैक्षिक मदद की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके अलावा जो महिलाएं व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं, उन्हें लोन दिलाने में भी सरकार मदद करेगी.
राज्य मंत्री ने कहा कि हमारी यह सकारात्मक प्रयास है. इस प्रयास के जरिए योगी सरकार हमारी बहनों की जीवन में नई रोशनी लाने का काम करेगी. मेरी कोशिश है कि हर जनपद से करीब 500 मुस्लिम बहनें इस योजना से जुड़ेगी और उसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा. शुरुआती दौर में इस स्कीम से 40 हजार महिलाओं को लाभ देने का टारगेट है. इस स्कीम के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं की कॅरियर काउंसिलिंग, मुस्लिम आईएएस आईपीएस बहनों से मोटिवेशनल प्रोग्राम का आयोजन करेंगे.
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