लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत के मुकुट जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए का कलंक मिटाने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की थी और अब जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित हो चुकी हैं. यह चुनाव न केवल जम्मू कश्मीर के लोगों, बल्कि लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर भारतीय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. दुनिया भर की निगाह आज इस ओर लगी हुई है. ऐसे महत्वपूर्ण चुनाव में इंडी गठबंधन का नेतृत्व कर रही कांग्रेस ने 'अब्दुल्ला एंड सन्स फैमिली प्राइवेट लिमिटेड' की नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करके फिर से अपने राष्ट्र विरोधी मंसूबों को देश के सामने रख दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हाल ही में नेशनल कांफ्रेंस में अपना मेनिफेस्टो जारी किया है. इसमें अनेक ऐसे बिंदु हैं, जो भारत की एकता, भारत की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति पूरे देश को आशंकित करते हैं. कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का यह गठबंधन राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अनेक बड़े सवाल खड़े करता है. भारतीय संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखने वाले हर भारतीय को चिंतित भी करता है. योगी ने कहा कि वह कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि क्या कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू कश्मीर में फिर से अलग झंडे के की घोषणा का समर्थन करती है? क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी धारा 370 और आर्टिकल 35ए को वापस लाकर जम्मू कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के नेशनल कांफ्रेंस की घोषणा का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस जम्मू कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववादी ताकतों का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पाकिस्तान के साथ एलओसी ट्रेड शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पर आतंकवाद से और उसके एक सिस्टम को पोषण करने का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल उन उपद्रवियों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरियों में बहाल करके फिर से आतंकवाद दहशतगर्दी और बंद के दौर को लाने का समर्थन करती है? इस गठबंधन से कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा भी देश के सामने आया है. क्या कांग्रेस दलितों, गुर्जरों, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के लिए नेशनल कांफ्रेंस के वादे का समर्थन करती है?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्या कांग्रेस जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंककर पाकिस्तान समर्थित गिने-चुने हाथों में सौंपने का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की नीति का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की नेशनल कांफ्रेंस की विभाजनकारी नीतियों का समर्थन करती है? आजादी के बाद जम्मू कश्मीर के लोगों के यह कथित स्वयंभू भाग्यविधाता बन बैठे नेताओं को गुमराह कर नौजवानों को अलगाववादी साजिश का मोहरा जिन लोगों ने बनाया था, उनके हाथों में पत्थर और एक-47 जिन लोगों ने पकड़ाई थी, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उन नौजवानों के हाथों में फिर से टैबलेट और स्किल डेवलपमेंट से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. नौजवानों को गुमराह करने वालों के लिए अब जम्मू कश्मीर में कोई जगह नहीं है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सब जानते हुए जो सपना श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने देखा था, जम्मू कश्मीर में इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत का, उन मूल्य और उन सिद्धांतों को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने साकार करके दिखाया है. जम्मू कश्मीर को जागीर समझने वाले पाकिस्तान परस्त ठेकेदार और वहां की कथित लीडरशिप ने कभी सोचा नहीं था कि नफरत की फसल काटने वाली उनकी जमीन सदा के लिए अब बंजर हो चुकी है. कोई ऐसी सरकार भी आएगी, जो अनुच्छेद 370 को समाप्त करेगी. यह इन लोगों को आज हजम नहीं हो रहा है. अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद जम्मू कश्मीर की आब-ओ-हवा बदल चुकी है. मुद्दे बदल चुके हैं. आतंकवाद और अलगाववाद का मुद्दा चिनाब की धारा में सदा के लिए विलीन हो चुका है. अब वहां विकास, रोजगार और पहचान की बात हो रही है. स्वाभाविक रूप से वोट के इन सौदागरों को कैसे अच्छा लग सकता है और कांग्रेस की यह दुरभि संधि है और कांग्रेस से इन प्रश्नों को पूछने का के लिए मजबूर करता है. इसलिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से यह पूछना चाहूंगा कि वह देश के सामने इन प्रश्नों का जवाब दें.