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यूपी विधानसभा की समितियों का बदलेगा तौर-तरीका, अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों को दिए ये निर्देश

समितियों की बैठक में यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों की भूमिका को बताया अहम

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

विधानसभा अध्यक्ष ने दिए जरूरी निर्देश.
विधानसभा अध्यक्ष ने दिए जरूरी निर्देश. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ : 'प्रदेश की विधानसभा जितनी महत्वपूर्ण है, उतनी ही अहम उसकी समितियां हैं. विधानसभा में जो मामले उठाए जाते हैं, उसके बाद इन समितियों के माध्यम से ही उनका क्रियान्वयन होता है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधानसभा की समितियों का अपना महत्व होता है. लिहाजा समिति का हर सदस्य हमारा ब्रांड एंबेसडर है'. ये बातें विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सोमवार को हुई बैठक में कही.

विधानसभा अध्यक्ष प्राक्कलन समिति, आश्वासन समिति, लोकलेखा समिति, सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति, प्रतिनिहित विधायन समिति की बैठक ले रहे थे. उन्होंने समिति के नए सदस्यों से कहा कि वह बैठकों के दौरान अपनी बात शालीनता से रखें. सभी समितियों का अपना अपना महत्व होता है. विधानसभा समितियों का सदस्य होना ही गौरव की बात होती है. नए सदस्य पुराने सदस्यों से सीखें. सीखने की कोई उम्र नहीं होती है.

महाना ने कहा कि वह अपने क्षेत्र में समितियों के महत्व के बारे में बताएं, जिससे जनता विधायिका से जुड़े. एक आम धारणा है कि विधायक का काम केवल क्षेत्र का विकास कराना होता है, लेकिन अपने क्षेत्र में बताना चाहिए कि समितियों के माध्यम से हम विकास कार्य कराते हैं. उन्होंने कहा कि समितियों की बैठक में सदस्यों को सीखने के अवसर बहुत मिलते हैं. समितियां महत्वपूर्ण होती है. कोई भी समिति छोटी अथवा बड़ी नहीं होती है. सभी का बराबर का महत्व होता है.

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस बात का हमें गर्व है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक से एक काबिल सदस्य हैं. इसका लाभ नई समितियों को अवश्य मिलेगा. सदस्य समितियों में अपना पूरा योगदान दें और जब भी बैठक हो तो अध्ययन कर पूरी तैयारी से इनमें शामिल हों. आम जनता को विधानसभा की भूमिका के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. पिछले ढाई वर्षों के दौरान विधानसभा में बदलाव लाने का कारण इसको सुंदर बनाना नहीं है, बल्कि इसकी गरिमा को और बढ़ाना है, जिससे जनता विधायिका के महत्व को जान सके.

अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को यह बताने का भी कार्य करें कि हम इनके माध्यम से कार्य कराते हैं. उन्होंने समिति के सदस्यों से कहा कि एक आम धारणा है विधानसभा में केवल शोर-शराबा ही होता है. इसलिए अपने क्षेत्र के लोगों को विधानसभा लाकर इसके महत्व को बताने का काम करें. इससे पूर्व प्राक्कलन समिति की बैठक में समिति के सभापति अमित अग्रवाल, आश्वासन समिति के सभापित अजय कुमार, लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली आदि मौजूद रहे.

सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति के सभापति मेजर सुनील दत्त द्विवेदी और प्रतिनिहित विधायन समिति के सभापति विपिन कुमार डेविड ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया. इस मौके पर विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थिति थे. कार्यक्रम के दौरान समिति के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष को उनके जन्मदिन पर बधाई दी.

यह भी पढ़ें : CSJMU का 39वें दीक्षांत समारोह; 1.18 लाख स्टूडेंट्स को डिजिलॉकर पर मिली डिग्री, सतीश महाना को दी गई मानद उपाधि

लखनऊ : 'प्रदेश की विधानसभा जितनी महत्वपूर्ण है, उतनी ही अहम उसकी समितियां हैं. विधानसभा में जो मामले उठाए जाते हैं, उसके बाद इन समितियों के माध्यम से ही उनका क्रियान्वयन होता है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधानसभा की समितियों का अपना महत्व होता है. लिहाजा समिति का हर सदस्य हमारा ब्रांड एंबेसडर है'. ये बातें विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सोमवार को हुई बैठक में कही.

विधानसभा अध्यक्ष प्राक्कलन समिति, आश्वासन समिति, लोकलेखा समिति, सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति, प्रतिनिहित विधायन समिति की बैठक ले रहे थे. उन्होंने समिति के नए सदस्यों से कहा कि वह बैठकों के दौरान अपनी बात शालीनता से रखें. सभी समितियों का अपना अपना महत्व होता है. विधानसभा समितियों का सदस्य होना ही गौरव की बात होती है. नए सदस्य पुराने सदस्यों से सीखें. सीखने की कोई उम्र नहीं होती है.

महाना ने कहा कि वह अपने क्षेत्र में समितियों के महत्व के बारे में बताएं, जिससे जनता विधायिका से जुड़े. एक आम धारणा है कि विधायक का काम केवल क्षेत्र का विकास कराना होता है, लेकिन अपने क्षेत्र में बताना चाहिए कि समितियों के माध्यम से हम विकास कार्य कराते हैं. उन्होंने कहा कि समितियों की बैठक में सदस्यों को सीखने के अवसर बहुत मिलते हैं. समितियां महत्वपूर्ण होती है. कोई भी समिति छोटी अथवा बड़ी नहीं होती है. सभी का बराबर का महत्व होता है.

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस बात का हमें गर्व है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक से एक काबिल सदस्य हैं. इसका लाभ नई समितियों को अवश्य मिलेगा. सदस्य समितियों में अपना पूरा योगदान दें और जब भी बैठक हो तो अध्ययन कर पूरी तैयारी से इनमें शामिल हों. आम जनता को विधानसभा की भूमिका के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. पिछले ढाई वर्षों के दौरान विधानसभा में बदलाव लाने का कारण इसको सुंदर बनाना नहीं है, बल्कि इसकी गरिमा को और बढ़ाना है, जिससे जनता विधायिका के महत्व को जान सके.

अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को यह बताने का भी कार्य करें कि हम इनके माध्यम से कार्य कराते हैं. उन्होंने समिति के सदस्यों से कहा कि एक आम धारणा है विधानसभा में केवल शोर-शराबा ही होता है. इसलिए अपने क्षेत्र के लोगों को विधानसभा लाकर इसके महत्व को बताने का काम करें. इससे पूर्व प्राक्कलन समिति की बैठक में समिति के सभापति अमित अग्रवाल, आश्वासन समिति के सभापित अजय कुमार, लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली आदि मौजूद रहे.

सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति के सभापति मेजर सुनील दत्त द्विवेदी और प्रतिनिहित विधायन समिति के सभापति विपिन कुमार डेविड ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया. इस मौके पर विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थिति थे. कार्यक्रम के दौरान समिति के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष को उनके जन्मदिन पर बधाई दी.

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