लखनऊ: उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी लखनऊ विश्वविद्यालय में चल रहे शिखर सम्मेलन (एनएसईएल-2024) के तीसरे और अंतिम दिन सात संस्थाओं के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए. लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपनी शैक्षिक गुणवत्ता और छात्रों को बेहतर सुविधा देने के लिए दूसरे विश्वविद्यालय और संस्थाओं के साथ एमओयू साइन किए.
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि आज यहां जो भी एमओयू और समझौते किए गए हैं. वह समझौता करने वाली संस्थाओं के एक्सीलेंट एकेडमी प्रतिबद्धता को भी रिफेक्ट कर रहे हैं. सत्र में विभिन्न विश्वविद्यालयों और संगठनों के बीच आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. जो शैक्षिक और अनुसंधान प्रयासों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
इन संस्थाओं के साथ किए गए एमओयू : मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग करने वाले बड़े संस्थाओं की बात करें तो पहला एमओयू किया गया लखनऊ विश्वविद्यालय और भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच. इसमें दोनों विश्वविद्यालय के बीच शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा. दूसरा समझौता विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय और हैदराबाद के कॉन्कर टेक्नोलॉजी के बीच किया गया. इससे इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय की तकनीकी और अनुसंधान क्षमताओं को मजबूत किया जाएगा. तीसरा एमओयू विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग और लाइफ एक्टिविस्ट प्राइवेट लिमिटेड के बीच किया गया. इसमें दोनों संस्थाओं के बीच उद्योग-शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा. चौथा एमओयू आईएमएस यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के बीच किया गया. इसमें बुनियादी ढांचे के विकास, औद्योगिक दौरे का जिक्र किया गया है.
पांचवां एमओयू इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज और जेडक्स पैरेंट्रल प्राइवेट लिमिटेड के बीच किया गया. छठा एमओयू लखनऊ के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय और बिहार स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा साहेब भीमराव विश्वविद्यालय के बीच किया गया. सांतवां एमओयू राजकोट के आत्मीय विश्वविद्यालय और सीकर के पंडित दीन दयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय के बीच किया गया. दोनों यूनिवर्सिटी के बीच सम्मेलनों के आयोजन, शिक्षण और अकादमिक विकास के लिए एक मंच तैयार करने के लिए यह समझौता किया गया.