लखनऊ : सीएम आवास के पास मंगलवार को एक महिला ने आत्मदाह की कोशिश की थी. इससे वह 80 प्रतिशत तक झुलस गई थी. केजीएमयू में उसका उपचार चल रहा है. चिकित्सक उसकी हालत गंभीर बता रहे हैं. पुलिस की जांच में पता चला है कि घटना के एक दिन पहले ही इसकी खौफनाक स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी थी. गौतमपल्ली थाना पुलिस के हाथ महिला और वकील का 5 मिनट 7 सेकेंड का एक ऑडियो मिला है. इसमें वकील महिला को आत्मदाह के लिए भड़काता नजर आ रहा है. पुलिस ने आरोपी वकील को गिरफ्तार कर लिया है. उसे जेल भेजा जा चुका है. हालांकि ईटीवी भारत ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.
डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि मंगलवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे उन्नाव के पुरवा इलाके की रहने वाले अंजली जाटव ने ससुरालीजनों से परेशान होकर विक्रमादित्य मार्ग पर खुद को आग लगा ली थी. घटना के दौरान उसने अपने दो वर्षीय बेटे को किनारे बैठा दिया था. पीड़िता ने दो अगस्त को पुरवा थाने में अपने पति, देवर, सास, देवरानी और भांजे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस ने 5 अगस्त को उसके पति, देवर को जेल भेजा था.
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि इस मामले में जांच के दौरान पीड़िता के मोबाइल को खंगाला गया तो उसमें उन्नाव के रहने वाले वकील सुनील कुमार और पीड़िता की कॉल रिकॉर्डिंग मिली. इसमें सुनील कुमार पीड़िता से सीएम आवास जाकर पेट्रोल खुद पर डाल कर आत्मदाह करने की कोशिश करने के लिए उकसाया था. डीसीपी ने बताया कि आरोपी वकील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
अब पढ़िए मोबाइल पर वकील सुनील कुमार और अंजली की बातचीत का पूरा मजमून
वकील - कल वाला काम करो, सब ठीक होगा, इनको समझ में आ जाएगा, एसओ-सीओ औकात में आ जाएंगे, कहेंगे कि अब बुरा हुआ.
महिला -देखते हैं सर, यही करेंगे पहले आ करके.
वकील - यही काम जहां किया नहीं समझो काम चालू.
महिला - मुख्यमंत्री के यहां न जाएं?.
वकील - नहीं, मुख्यमंत्री के यहां जाओ.
महिला -ये एफआईआर, अब तो इसमें कुछ लिखा नहीं है, वो लोग जेल चले गए हैं तो.
वकील - बड़ा मुश्किल काम है, हमारी बात को समझने की कोशिश करो, तुम कानून नहीं जानती हो, अब इस मामले में वहां जाना बहुत जरूरी है, इसी समय कल पूरा थाना खाली हो जाएगा.
महिला -जी, जी सर
वकील -पुलिस वाले कह रहे थे इसको मिलने मत देना, और कह दो कि टॉर्चर कर रहे थे, तुम ऐसा करो कि तुम निकलो पहले लखनऊ.
महिला - हां, हम निकलते हैं फिर, उसके बाद जब हम आ जाएं तब आप आइए.
वकील - भगवान चाहेंगे तो 12 घंटे के अंदर सब खेल हो जाएगा. कल इनको दिखा दो ये सर्कस.
महिला - जी, जी सर
महिला - बस हमको कल बस खेल लेने दो, इसके बाद देखते हैं क्या होता है.
वकील - नहीं-नहीं भगवान चाहेंगे तो कल सब हो जाएगा. कल तुम अर्ली ऑवर्स में निकलो. जाकर वहां फिर बात बताओ. बस वही काम करो. डिब्बे वाला. जहां डिब्बे वाला काम किया, कह दो कि साहब अब मालूम हो गया कि यहां कुछ है नहीं. कह तो कि छोटी-छोटी बात के लिए आपके यहां आना पड़ता है.
महिला - जी, जी
वकील -मतलब पुलिस की ये जुर्रत कि, और अगर हो सके तो कोतवाल किस बिरादरी के हैं.
महिला - कोतवाल कुंवर बहादुर सिंह मतलब, मतलब ठाकुर ही होगा.
वकील -तो ऐसा करो कि कल जाकर बताना कि साहब जब कल हसबैंड जेल चला गया तो कहा कि (जातिसूचक शब्द-गाली) तेरा दिमाग खराब है, इस पर हरिजन एक्ट बन जाएगा.
महिला - हंसते हुए, हां
वकील -हां, और इसका पैसा तुम्हें अलग मिलेगा सरकार से.
महिला -अच्छा, जी-जी फिर तो ठीक है.
वकील -70-80 हजार, और ये तुम्हारे पैर की धोवन धुलेंगे.
महिला -ठीक है सर, अब यही करेंगे.
वकील -चाहे उनके आवास पर करो, चाहे विधानसभा में करो.
महिला -अच्छा
वकील -आवास पर जाओ यह ज्यादा बढ़िया है तुम वहां गई थी.
महिला -आवास पर नहीं गए थे. वहीं जहां जमा होता है, वहीं पर गए थे.
वकील - वह मुख्यमंत्री वाला अलग है.
महिला -ठीक है सर
वकील -तुम जाओ, तुरंत एक्शन होगा. ये काम जहां तुमने किया इसमें आफत मच जाएगा, आफत.
महिला -हंसते हुए ठीक है सर, कपड़े वैसे ही 3-4 दिन के हो गए हैं. जरूर करेंगे हम
वकील -ये जरूर कर देना कि हमको कहा (जातिसूचक शब्द), कहा कि होश में रहो तो नहीं तो तुझे कटवा कर फिंकवा देंगे पता भी नहीं चलेगा.
महिला -जी-जी ठीक सर, सुबह फिर निकलेंगे, बताएंगे जब पहुंच जाएंगे तब बताएंगे
वकील - ठीक है सामान यहीं ले लेना, वहां नहीं मिलेगा. डार्क डिब्बे में ले लेना, जिसमें दिखाई न पड़े.
महिला -जी-जी सर, समझ गए.
वकील - किसी गाड़ी वाले से ले लेना.
महिला - हां यही करेंगे. कह देंगे कि भैया स्कूटी खड़ी है, थोड़ा दे दीजिए.
वकील -भाई कुछ बदलना सीखो, बेटा देखो दुनिया की राहें आसान नहीं है
महिला -जी सर
वकील -समझ गए.
महिला की हालत गंभीर : केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर के मुताबिक, अंजली आईसीयू में है. उसका इलाज वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है. शरीर में कमर से ऊपर का हिस्सा पूरी तरह जल गया है. इससे लगातार उसके स्किन में संक्रमण बढ़ रहा है. उसकी हालत गंभीर है.
नानी के सुपुर्द किया गया मासूम : मंगलवार को घटना के बाद अंजली के बेटे को महिला पुलिसकर्मियों ने 8 घंटे तक अपने पास रखा. इसके बाद उसे बाल कल्याण समिति CWC को सौंप दिया था. CWC सदस्य सुधीर कुमार ने बताया कि बच्चे को दो दिनों तक यहां रख गया था. गुरुवार की सुबह उसे उन्नाव पुलिस को सौंप दिया गया था. उन्नाव के पुरवा थाना प्रभारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि बच्चे को कानपुर में रह रहीं उसकी नानी लक्ष्मी को सौंप दिया गया है.
यह भी पढ़ें : आत्मदाह करने से पहले क्या शिकायत लेकर आई थी उन्नाव की अंजली, पुलिस ने नहीं सुनी तो CM से थी आस