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योगी सरकार के इस फैसले से बच्चों, महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ चमकेगी किसानों की किस्मत

मिड डे मील में बच्चों को बाजरा, चना, रामदाना, मूंगफली और गुड़ दिया जाएगा. खपत के अनुपात में पैदावार करने से किसानों की आय बढ़ेगी.

योगी सरकार का फैसला.
योगी सरकार का फैसला. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 19, 2024, 5:38 PM IST

लखनऊ: दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि वह प्रदेश के 1.57 लाख परिषदीय प्राथमिक और प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले करीब 1.48 करोड़ बच्चों को मध्यान्ह भोजन के गुरुवार के मीनू में बेहतर पोषण के मद्देनजर बदलाव करेगी. इसके तहत अब बच्चों को हर गुरुवार को बाजरे/रामदाने का लड्डू देगी. अन्य विकल्प में गुड़ और तिल (तिलवा), भुना चना, मूंगफली की चिक्की और गजक देने की योजना है. सरकार इस पर 95 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें केंद्र और प्रदेश का हिस्सा क्रमश : 57 करोड़ और 38 करोड़ रुपये होगा.

योगी सरकार के इस फैसले से यकीनन संबंधित फसलों की मांग बढ़ेगी. मांग बढ़ने पर वाजिब दाम मिलने से उत्पादक किसानों को वाजिब दाम भी मिलेंगे. बतौर बोनस सबसे बड़ा लाभ बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य का होगा.



बता दें, खाद्यान्न सुरक्षा के बाद अब बच्चों और महिलाओं में पोषण संबंधी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है. इन्हें सर्वाधिक ध्यान प्रोटीन और आयरन की जरूरत होती है. ऐसे में सरकार ने प्रोटीन और आयरन युक्त पोषक तत्व की उपलब्धता सुनिश्चत कराने के लिए योजना तैयार की है. इसके तहत प्रचुर मात्रा में प्रोटीन व आयरन वाले अनाज मूंगफली, चना, रामदाना, बाजरा देने की व्यवस्था सरकार करने जा रही है.

एक नजर चयनित अनाजों के पोषक तत्वों पर

मूंगफली : इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और फैट मिलता है. उपलब्धता क्रमशः 25 और 50 फीसद की होती है. इसके अलावा 10 फीसद फाइबर, विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, जिंक और कॉपर भी होता है.

चना : अन्य दलहनी फसलों की तरह चना भी प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. इसमें चने में लगभग 19 फीसद प्रोटीन होता है. इसके अलावा 10 फीसद फाइबर, 2 फीसद फैट, विटामिन बी 6, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, जिंक और कॉपर मिलता है.

रामदाना : करीब 20 फीसद प्रोटीन होता है. प्रोटीन के अलावा इसमें, फाइबर, फैट, विटामिन बी6, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक, कॉपर और आयरन मिलता है.

बाजरा : इसमें भी करीब 12-15 फीसद प्रोटीन होता है. यह आयरन का अच्छा सोर्स है. उम्र, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार पुरुषों की तुलना में महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को अधिक आयरन की जरूरत होती है. प्रति 100 ग्राम बाजरे में लगभग 4-5 मिलीग्राम आयरन होता है. इसके अलावा बाजरे में फाइबर, फैट, विटामिन बी6, मैग्नीशियम, जिंक और कॉपर भी होता है.




अपोलो नवी मुंबई में कार्यरत वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति दूबे के मुताबिक आयरन की कमी से होने वाली एनीमिया आम बीमारी है. खासकर किशोर उम्र की लड़कियां और गर्भवती महिलाएं इसका शिकार होती हैं. ऐसे में इन्हें इस तरह के अनाज और फल, सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है. हर उम्र के लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण हैं. बावजूद इसके 2020 में हुए एक सर्वे के मुताबिक करीब तीन चौथाई भारतीयों में प्रोटीन की कमी है. योगी सरकार के इस फैसले से बच्चों और की सेहत पर दूरगामी असर पड़ेगा. साथ ही विविधिकरण के जरिए खेती बाड़ी का भी कायाकल्प होगा.

यह भी पढ़ें : योगी सरकार का तोहफा; 25 जिलों में खुलेंगे नये राजकीय नर्सिंग कॉलेज, पैरामेडिकल कोर्स में बढ़ेंगी सीटें - Government Nursing Colleges

यह भी पढ़ें : जल्द ही मिड-डे मील में बच्चों को परोसा जाएगा मिलेट्स, अध्यापकों को दिया गया प्रशिक्षण

लखनऊ: दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि वह प्रदेश के 1.57 लाख परिषदीय प्राथमिक और प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले करीब 1.48 करोड़ बच्चों को मध्यान्ह भोजन के गुरुवार के मीनू में बेहतर पोषण के मद्देनजर बदलाव करेगी. इसके तहत अब बच्चों को हर गुरुवार को बाजरे/रामदाने का लड्डू देगी. अन्य विकल्प में गुड़ और तिल (तिलवा), भुना चना, मूंगफली की चिक्की और गजक देने की योजना है. सरकार इस पर 95 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें केंद्र और प्रदेश का हिस्सा क्रमश : 57 करोड़ और 38 करोड़ रुपये होगा.

योगी सरकार के इस फैसले से यकीनन संबंधित फसलों की मांग बढ़ेगी. मांग बढ़ने पर वाजिब दाम मिलने से उत्पादक किसानों को वाजिब दाम भी मिलेंगे. बतौर बोनस सबसे बड़ा लाभ बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य का होगा.



बता दें, खाद्यान्न सुरक्षा के बाद अब बच्चों और महिलाओं में पोषण संबंधी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है. इन्हें सर्वाधिक ध्यान प्रोटीन और आयरन की जरूरत होती है. ऐसे में सरकार ने प्रोटीन और आयरन युक्त पोषक तत्व की उपलब्धता सुनिश्चत कराने के लिए योजना तैयार की है. इसके तहत प्रचुर मात्रा में प्रोटीन व आयरन वाले अनाज मूंगफली, चना, रामदाना, बाजरा देने की व्यवस्था सरकार करने जा रही है.

एक नजर चयनित अनाजों के पोषक तत्वों पर

मूंगफली : इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और फैट मिलता है. उपलब्धता क्रमशः 25 और 50 फीसद की होती है. इसके अलावा 10 फीसद फाइबर, विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, जिंक और कॉपर भी होता है.

चना : अन्य दलहनी फसलों की तरह चना भी प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. इसमें चने में लगभग 19 फीसद प्रोटीन होता है. इसके अलावा 10 फीसद फाइबर, 2 फीसद फैट, विटामिन बी 6, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, जिंक और कॉपर मिलता है.

रामदाना : करीब 20 फीसद प्रोटीन होता है. प्रोटीन के अलावा इसमें, फाइबर, फैट, विटामिन बी6, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक, कॉपर और आयरन मिलता है.

बाजरा : इसमें भी करीब 12-15 फीसद प्रोटीन होता है. यह आयरन का अच्छा सोर्स है. उम्र, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार पुरुषों की तुलना में महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को अधिक आयरन की जरूरत होती है. प्रति 100 ग्राम बाजरे में लगभग 4-5 मिलीग्राम आयरन होता है. इसके अलावा बाजरे में फाइबर, फैट, विटामिन बी6, मैग्नीशियम, जिंक और कॉपर भी होता है.




अपोलो नवी मुंबई में कार्यरत वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति दूबे के मुताबिक आयरन की कमी से होने वाली एनीमिया आम बीमारी है. खासकर किशोर उम्र की लड़कियां और गर्भवती महिलाएं इसका शिकार होती हैं. ऐसे में इन्हें इस तरह के अनाज और फल, सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है. हर उम्र के लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण हैं. बावजूद इसके 2020 में हुए एक सर्वे के मुताबिक करीब तीन चौथाई भारतीयों में प्रोटीन की कमी है. योगी सरकार के इस फैसले से बच्चों और की सेहत पर दूरगामी असर पड़ेगा. साथ ही विविधिकरण के जरिए खेती बाड़ी का भी कायाकल्प होगा.

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