लखनऊ : एसटीएफ ने गुरुवार को शातिर अभियुक्त फारुख अमन को रात 11:45 बजे गोमती नगर की कामता स्टेशन के पास गिरफ्तार किया. फारुख ऑनलाइन गैंबलिंग ऐप के जरिए लोगों को जुआ खिलावाता था. साथ ही मुख्यमंत्री का निजी सचिव बता कर नौकरी लगवाने के नाम पर पैसा ठगी करने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य है. फिलहाल गैंग का सरगना अभी फरार है. एसटीएफ उसकी तलाश की बात कह रही है.
एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में आजमगढ़ थाना निजामाबाद निवासी फारुख अमन ने बताया कि कर्नाटक से बी फार्मा करने के बाद वर्ष 2021 से StreamKar-Live Stream & Chat company की ज्वाइन की थी. जिसमें लगभग 125 होस्ट हैं. फरवरी 2024 में उसकी एक होस्ट ने बताया कि ‘‘ठाकुर’’ नाम से एक सेंडर है, यह लड़कियों को क्वाइन गिफ्ट करता है और रिचार्ज भी कराता है. अगर हम लोग इसको सेट कर लेंगे तो यह हम लोगों से क्वाइन का रिचार्ज खरीदेगा व क्वाइन गिफ्ट करेगा. इस बाबत बात हुई तो उसने (ठाकुर) बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का निजी सचिव है और लखनऊ में ही रहता है. इसके बाद फारुख और ‘‘ठाकुर’’ से बात होने लगी.
सरगना ने अपने आप को बताया था मुख्यमंत्री का करीबी
पूछताछ में सामने आया कि एक दिन "ठाकुर" ने फारूख से कहा कि तुम्हारा कोई भी काम हो तो मुझे बताना मैं करवा दूंगा. इसके बाद फारूख ने उससे कहा कि मेरा एक पिस्टल का लाइसेंस बनवा दो. तो उसने बोला डीएम को बोलकर करवा दूंगा. इसके बाद उसने फारुख से कहा कि मेरी StreamKar ID पर क्वाइन रिचार्ज कर दो. जिस पर फारुख ने उसकी आईडी कम्पनी को भेजकर क्वाइन रिचार्ज करा दिया.
जानबूझकर फारूक ने दिया सरगना का साथ
एसटीएफ के अनुसार कुछ दिन सम्पर्क मे रहने के बाद फारूख को पता चला कि वह (ठाकुर) अधिकारी नहीं है. कुछ दिन बाद कथित निजी सचिव को हवाला के माध्यम से कुछ रुपये किसी से लेने थे. तब फारूख ने WhatsApp Account को दूसरे के फोन में स्कैन करके लागिन की जानकारी साझा की. जिसके बाद काम होने पर कथित निजी सचिव ठाकुर ने फारुख की StreamKar ID पर लाखों रुपये के क्वाइन गिफ्ट किए थे. जिससे फारुख लालच में आ गया और उसके साथ मिलकर ठगी का काम करने लगा. फारूख कथित निजी सचिव को अपने होस्टों की आईडी भेजकर क्वाइन सेंडिग कराता था. कथित निजी सचिव के रिचार्ज कराने से व होस्टों को सेंडिग करने से फारुख को 14 प्रतिषत, कम्पनी को 26 प्रतिशत व होस्ट को 60 प्रतिशत कमीशन मिलता था.
पुलिस भर्ती करने के नाम पर ठगी
एसटीएफ के मुताबिक 26 जुलाई को कथित निजी सचिव ने WHATSAPP पर पुलिस भर्ती से सम्बन्धि स्टोरी लगाई थी. जिसके बारे में फारुख का कहना है कि ठाकुर ने बताया था कि अगर किसी को भर्ती कराना हो तो मैं सात लाख रुपये में करा दूंगा. उसमें से हम लोगों का आधा आधा हो जाएगा. शुक्रवार को उसी (ठाकुर) के कहने पर ही फारूख लखनऊ आया था. जिसे दबोच लिया गया है, उसके सरगना साथी कथित ठाकुर की तलाश में टीम लगाई गई है.
एसटीएफ के अनुसार StreamKar -Live Stream & Chat company एक लाइव स्ट्रीमिंग, चैटिंग एण्ड गैम्बलिंग एप है. इस एप पर Online Gambling तीन पत्ती, टेजर हंट, अलीबाबा, डर्बी, फ्रूटलुक हैं. कम्पनी द्वारा जो जुआ कराया जाता है उसमें लोग जो रिचार्ज लेते हैं. उसका सात प्रतिशत कमीशन फारुख को मिलता था. StreamKar कम्पनी का वार्षिक टार्नओवर भारत में लगभग 200 करोड़ रुपये है. अभियुक्त से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फोरेंसिक परीक्षण कराया जाएगा.
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