लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी एक बर्खास्त सैनिक के बैंक खाते में पौने दो करोड़ रुपये आने से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का शक गहरा गया है. सैन्यकर्मी के साथ उसकी पत्नी भी शक के घेरे में है. बताया जा रहा है कि आरोपी सैनिक व उसकी पत्नी के खाते में कई संदिग्ध लेन देन हैं. इसकी जांच की जा रही है. इस संबंध में आलमबाग कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के अनुसार, सैन्यकर्मी प्रिंस कुमार और उसकी पत्नी के बैंक खातों में विदेश से पैसे आने की सूचना मिली थी. रकम भी छोटी मोटी नहीं, बल्कि पौने दो करोड़ रुपये थी. प्रिंस के खातों में ये पैसे लगातार तीन साल से आ रहे थे. उनके खाते भी एक दो नहीं थे, बल्कि 12 थे. दरअसल, यह मामला लेफ्टिनेंट कर्नल की आईडी का दुरुपयोग कर फ्लाइट का टिकट बनवाने पर खुला.
बताया जा रहा है कि तीन साल में आरोपी और उसकी पत्नी के 12 खातों में 1 करोड़ 82 लाख रुपये जमा हुए. यह रकम कतर, नेपाल सीमा से सटे शहरों से जमा कराई गई थी. आलमबाग इंस्पेक्टर शिवशंकर महादेवन ने बताया कि धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने एवं आईटी एक्ट के तहत मुकदमा किया गया है. जांच की जा रही है. जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि 29 सितंबर 2019 में सिपाही प्रिंस कुमार सिंह आलमबाग में रिजर्व सप्लाई डिपो में तैनात हुआ था. 20 अप्रैल 2022 में उसने अपना पत्नी अर्चना और बच्चों के लिए बंगलुरु के लिए एयर टिकट बुक किया था. इसमें उसने लेफ्टिनेंट कर्नल मिथिलेश की आईडी का इस्तेमाल किया था. प्रिंस ने मिथिलेश की जगह अपनी ईमेल और फोन नंबर लिख दिया था, जिससे मिथिलेश को इसकी जानकारी नहीं हो पाई. जब इसकी विभागीय जांच कराई गई तो प्रिंस ने ये बात कुबूली थी. इसी दौरान उसके खाते में करीब पौने दो करोड़ रुपये आने की बात सामने आई थी.